फायर विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक पहले मामले में 16 नवंबर को ग्राम न्यू हॉलैंड चौराहे के पास सेंट्रल वेयर हाउस के अंदर खड़ी डीसीएम में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर फायर सर्विस यूनिट तत्काल घटनास्थल पर रवाना हुई और आग को पूरी तरह से बुझा दिया। इसमें कोई जनहानि नहीं हुई है। आग कैसे लगी, इसकी जांच की जा रही है।
वहीं, दूसरे मामले में 16 नवंबर को ग्राम सोरखा सेक्टर 115 नोएडा गेट नंबर 2 के पास खड़ी मारुति सुजुकी अर्टिगा में आग लगने की सूचना मिली। सूचना पर तुरंत कारवाई करते हुए फायर सर्विस यूनिट घटनास्थल पर रवाना हुई और आग को पूरी तरह से बुझा दिया गया। इसमें भी कोई जनहानि नहीं हुई है।
चीफ फायर ऑफिसर प्रदीप चौबे ने बताया कि दोनों ही वहां सीएनजी और पेट्रोल से चलने वाले वाहन हैं। इन वाहनों में आग कैसे लगी, इस बात की जांच की जा रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि कितनी देर पहले ये गाड़ियां अपने स्थान पर खड़ी हुई थीं।
सीएफओ के मुताबिक कई बार ऐसा होता है कि वायरिंग लूज होने की वजह से सीएनजी-पेट्रोल की गाड़ियों में स्पार्क होने के बाद आग फैल जाती है और थोड़ी देर में वाहन जलकर राख हो जाते हैं।