नई दिल्ली, 5 नवंबर ( आईएएनएस): । पहले अग्रिम अनुमानों के मुताबिक भारत का कुल खरीफ खाद्यान्न उत्पादन वित्त वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड 1,647.05 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) रह सकता है। यह पिछले वर्ष के आंकड़े से 89.37 एलएमटी और खरीफ खाद्यान्न के औसत उत्पादन से 124.59 एलएमटी अधिक है। यह जानकारी कृषि मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी किए गए आंकड़ों से मिली।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि चावल, ज्वार और मक्का के अच्छे उत्पादन के कारण खाद्यान्न उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है।
2024-25 के दौरान खरीफ चावल का कुल उत्पादन 1,199.34 एलएमटी होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष के खरीफ चावल उत्पादन से 66.75 एलएमटी अधिक है और औसत खरीफ चावल उत्पादन से 114.83 एलएमटी अधिक है।
खरीफ मक्के का उत्पादन 245.41 एलएमटी और खरीफ पोषक या मोटे अनाज का उत्पादन 378.18 एलएमटी होने का अनुमान है।
2024-25 के दौरान कुल खरीफ दलहन उत्पादन 69.54 एलएमटी होने का अनुमान है, जबकि 2024-25 के दौरान देश में कुल खरीफ तिलहन उत्पादन 257.45 एलएमटी होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष की तुलना में 15.83 एलएमटी अधिक है।
2024-25 के लिए खरीफ मूंगफली का उत्पादन 103.60 एलएमटी और सोयाबीन का उत्पादन 133.60 एलएमटी होने का अनुमान है।
2024-25 के दौरान देश में गन्ने का उत्पादन 4,399.30 लाख टन और कपास का उत्पादन 299.26 लाख गांठ (प्रत्येक गांठ का वजन 170 किलोग्राम) होने का अनुमान है। जूट और मेस्टा का उत्पादन 84.56 लाख गांठ (प्रत्येक गांठ का वजन 180 किलोग्राम) होने का अनुमान है।
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने कहा कि ये अनुमान मुख्य रूप से राज्यों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किए गए हैं। राज्यों से प्राप्त फसल क्षेत्र को रिमोट सेंसिंग, साप्ताहिक फसल मौसम निगरानी समूह और अन्य एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के साथ मान्य किया गया है।
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