जुलाई से सितंबर अवधि के दौरान एसबीआई की परिचालन से आय सालाना आधार पर 50.87 प्रतिशत बढ़कर 29,294 करोड़ रुपये हो गई है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में एसबीआई की रिटर्न ऑन एसेट्स (आरओए) और रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) क्रमश: 1.13 प्रतिशत और 21.78 प्रतिशत रही है।
एसबीआई के अनुसार, जुलाई से सितंबर की अवधि के दौरान शुद्ध ब्याज से आय (एनआईआई) में सालाना आधार पर 5.37 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में एसबीआई का ग्रॉस एनपीए 2.13 प्रतिशत और नेट एनपीए 0.53 प्रतिशत पर रहा है।
सितंबर तिमाही में बैंक की क्रेडिट ग्रोथ सालाना आधार पर 14.93 प्रतिशत और एडवांस ग्रोथ 15.55 प्रतिशत रही है।
देश के सबसे बड़े बैंक में सितंबर तिमाही के अंत तक 51,17,284 करोड़ रुपये जमा थे। इसमें सालाना आधार पर 9.13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले वित्त वर्ष में सितंबर तिमाही में यह आंकड़ा 46,89,218 करोड़ रुपये था।
घरेलू चालू खाता बचत खाता जमा में 4.24 प्रतिशत और घरेलू सावधि जमा में 12.51 प्रतिशत की वृद्धि हुई। चालू खाता बचत खाता अनुपात 40.03 प्रतिशत (30 सितंबर को) था।
एसबीआई के अनुसार, जुलाई और सितंबर अवधि में एसएमई और रिटेल पर्सनल लोन में क्रमश: 17.36 प्रतिशत और 12.32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में कैपिटल एडिक्वेसी रेश्यो (सीएआर) 13.76 प्रतिशत पर रहा है। 61 प्रतिशत बचत खातों को योनो डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिजिटल रूप से खोला गया था, कुल लेनदेन में वैकल्पिक चैनलों की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में 97.7 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 98.2 प्रतिशत हो गई।
कारोबार के अंत में एसबीआई का शेयर 2.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 841 रुपये पर था।