वित्त वर्ष 24 में कंपनी का एबिटा लॉस 123.4 प्रतिशत बढ़कर 587.97 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 263.2 करोड़ रुपये था।
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का नुकसान बढ़ने की वजह खर्च में बढ़ोतरी होना है।
वित्त वर्ष 24 में क्योरफिट का विज्ञापन और प्रमोशन पर खर्च सालाना आधार पर 40.67 प्रतिशत बढ़कर 188.5 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 134 करोड़ रुपये था।
वहीं, पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का लीगल और प्रोफेशनल सेवाओं पर खर्च वित्त वर्ष 23 में 79.3 करोड़ रुपये के मुकाबले 56.62 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 124.2 करोड़ रुपये हो गया है।
पिछले वित्त वर्ष में क्योरफिट का कर्मचारियों पर खर्च 5.62 प्रतिशत घटकर 324 करोड़ रुपये हो गया है। इसकी वजह वर्कफोर्स रिस्ट्रक्चरिंग और वित्त वर्ष 24 में हुई छंटनी है। जनवरी 2024 में कंपनी ने विभिन्न सेगमेंट से करीब 120 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था।
वित्त वर्ष 24 में क्योरफिट की ऑपरेटिंग आय 33.6 प्रतिशत बढ़कर 926.6 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 693.7 करोड़ रुपये थी।
इसमें से 663.1 करोड़ रुपये की आय सर्विसेज की बिक्री से आई है, जो पिछले साल के 452.4 करोड़ रुपये से 46.58 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा उत्पादों की बिक्री से आय 8.13 प्रतिशत बढ़कर 256.7 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 237.4 करोड़ रुपये थी।
क्योरफिट की स्थापना 2016 में मुकेश बंसल और अंकित नागोरी द्वारा की गई थी। क्योरफिट शारीरिक फिटनेस प्लेटफॉर्म कल्टफिट, मानसिक स्वास्थ्य प्लेटफॉर्म माइंडफिट, प्राथमिक देखभाल वर्टिकल केयर.फिट, आदि का संचालन करता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्योरफिट ने अब तक 750 मिलियन डॉलर से ज्यादा की फंडिंग जुटाई है। इसके निवेशकों में एक्सेल, टेमासेक, कलारी कैपिटल और अन्य शामिल हैं।