नई दिल्ली, 18 दिसंबर ( आईएएनएस): । संसद में दी गई जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में 7 प्रतिशत से कम आबादी ने आयकर रिटर्न फाइल किया।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद में जानकारी देते हुए कहा, "वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की 6.68 प्रतिशत आबादी ने आयकर रिटर्न फाइल किया, जो कि कुल 8,09,03,315 लोगों द्वारा आईटीआर फाइल करने को दर्शाता है।"
उन्होंने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2024 में 8.09 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न दाखिल किए गए, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह संख्या 7.40 करोड़ से अधिक थी। इससे पहले वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2021 में फाइल किए गए आईटीआर की संख्या क्रमश: 6.96 करोड़ और 6.72 करोड़ से अधिक थी। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2020 में फाइल किए गए आईटीआर की संख्या 6.48 करोड़ से अधिक रही थी।
केंद्रीय मंत्री ने संसद में जानकारी दी कि असेसमेंट ईयर 2023-24 में अपने आईटीआर में शून्य कर योग्य आय की रिपोर्ट करने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या 4.90 करोड़ है, जो 2022-23 में 4.64 लाख थी।
इसके अलावा, आयकर विभाग द्वारा एकत्रित आंकड़ों के अनुसार, भारत में आयकर रिटर्न दाखिल करने वाली महिलाओं की कुल संख्या में पिछले चार वर्षों में 25.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आईटीआर फाइल करने वाली महिलाओं की संख्या असेसमेंट ईयर 2019-20 में 1.83 करोड़ से बढ़कर असेसमेंट ईयर 2023-24 में 2.29 करोड़ से अधिक हो गई है।
आयकर रिटर्न फाइल करने वालों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी पाने वाली या अपना खुद का व्यवसाय चलाने वाली महिलाओं की बढ़ती संख्या को दर्शाता है। असेसमेंट ईयर 2024-25 में आयकर रिटर्न (आईटीआर) की कुल संख्या, जिसमें व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट दोनों शामिल हैं, 7.97 करोड़ को पार कर गई।
आंकड़ों से पता चलता है कि असेसमेंट ईयर 2023-2024 के लिए महाराष्ट्र में आईटीआर फाइल करने को लेकर महिलाओं की संख्या सबसे अधिक रही, जहां 36,83,457 महिलाओं ने आयकर रिटर्न दाखिल किया, जो 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
इसके बाद गुजरात से 22,50,098 महिलाओं द्वारा आईटीआर फाइल किया गया, जो 24.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। उत्तर प्रदेश 20,43,794 महिलाओं द्वारा आईटीआर फाइल करने के साथ तीसरे स्थान पर रहा, जो इस अवधि के दौरान 29.2 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्शाता है।
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