रोबोफेस्ट गुजरात 4.0 के साइडलाइन में समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए साहू ने कहा कि इस बार अंडरवाटर रोबोट की कैटेगरी भी रोबोफेस्ट में जोड़ी गई है। इस तरह के रोबोट का इस्तेमाल पानी के अंदर राहत-बचाव कार्य करने, रिस्क ऑपरेशन और ऐसे कार्य करने के लिए किया जाता है, जो मानव के द्वारा संभव नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि 19 बड़ी संस्थाओं की टीमें यहां अपने प्रोजेक्ट दिखा रही हैं। छात्रों की भी इस इवेंट में बढ़-चढ़कर भागीदारी देखने को मिल रही है। इस प्रतियोगिता में फर्स्ट प्राइज 10 लाख रुपये, सेकंड प्राइज 7.5 लाख रुपये और थर्ड प्राइज 5 लाख रुपये रखा गया है। प्रतियोगिता का कुल प्राइज पूल 5 करोड़ रुपये है।
गुजरात विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा आयोजित रोबोफेस्ट गुजरात 4.0, भारत की सबसे बड़ी रोबोटिक्स प्रतियोगिता है। इसमें अपने रोबोट प्रोटोटाइप को दिखाने के लिए देश भर की बड़ी यूनिवर्सिटी के तकनीकी पढ़ाई करने वाले छात्र भाग ले रहे हैं। 24 जनवरी, 2025 को गुजरात साइंस सिटी, अहमदाबाद में ग्रैंड फिनाले में विजेताओं की घोषणा की जाएगी।
इस प्रतियोगिता में सात रोबोटिक्स कैटेगरी को रखा गया है, जिसमें हेक्सापॉड रोबोट, रोवर्स, स्वार्म रोबोट, टू-व्हील सेल्फ-बैलेंसिंग रोबोट, फन रोबोटिक्स-मेज सॉल्वर, सबमरीन और अंडरवाटर रोबोट और एप्लीकेशन-आधारित रोबोट शामिल हैं। यह प्रतियोगिता प्रतिभाशाली दिमागों को प्रदर्शित करने और इनोवेशन एवं उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करती है।
इस प्रतियोगिता में पंजीकृत हुई 1,284 टीमों में से 169 टीमों को लेवल एक के विजेताओं के रूप में चुना गया है, जिनमें से प्रत्येक को 50,000 रुपये मिले हैं। इसमें से 100 टीमें प्रोटोटाइप चरण में आगे बढ़ी हैं, जिन्हें सामूहिक रूप से 2 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। इन प्रोटोटाइप को ग्रैंड फिनाले में प्रदर्शित किया जाएगा और इनमें से विजेताओं को चुना जाएगा।