विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने राजनीतिक और रणनीतिक, रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और निवेश, शिक्षा और अनुसंधान, जलवायु परिवर्तन और नवीकरणीय ऊर्जा तथा लोगों के बीच संबंधों जैसे व्यापक क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की।
पीएम मोदी ने बैठक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ व्यापक चर्चा हुई। हम व्यापार, सुरक्षा, अंतरिक्ष और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में और अधिक सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। भारत, ऑस्ट्रेलिया के साथ समय की कसौटी पर खरी उतरी दोस्ती को बहुत महत्व देता है।"
दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने माना कि उच्च स्तरीय संपर्कों की फ्रीक्वेंसी ने द्विपक्षीय संबंधों को एक मजबूत गति प्रदान की है। मई 2022 के बाद से यह उनकी नौवीं व्यक्तिगत बातचीत थी।
दोनों नेताओं ने 2020 में स्थापित भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी (सीएसपी) को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
'सीएसपी' आपसी समझ, विश्वास, साझा हितों और लोकतंत्र तथा कानून के शासन के साझा मूल्यों पर आधारित है। दोनों देश एक खुले, स्वतंत्र, नियम-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के दृष्टिकोण को साझा करते हैं, जिसे समावेशी वैश्विक और क्षेत्रीय संस्थाओं द्वारा समर्थन प्राप्त है, जो साझा हितों के आधार पर समृद्ध, स्थिर और संप्रभु राज्यों को बढ़ावा देते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री से मुलाकात से पहले पीएम मोदी ने जापान के पीएम फुमियो किशिदा से मुलाकात की और भारत-जापान संबंधों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। उन्होंने रक्षा और सुरक्षा संबंधों और व्यापार-से-व्यापार तथा लोगों-से-लोगों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए भी विचारों का आदान-प्रदान किया।