प्रोफेसर स्वर्ण सिंह ने शुक्रवार को से खास बातचीत करते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयानों के सामान है, जिसमें उन्होंने हिंदू समुदाय के हितों की बात की थी। डोनाल्ड ट्रंप अपने देश के राष्ट्रहित को भारत से जोड़ते हुए नजर आते हैं, जो एक सकारात्मक संकेत है।
उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प का बयान यह दर्शाता है कि अमेरिका भारत के प्रति अपनी नीतियों को किस तरह से आकार दे रहा है। हालांकि, भारत को इस पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कमला हैरिस और राष्ट्रपति जो बाइडेन के बारे में भी टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने हिंदुओं की अनदेखी की। इस पर स्वर्ण सिंह ने कहा कि यह उनका चुनावी भाषण है। चुनावी अभियान के दौरान, नेता अक्सर एक-दूसरे की कमियों को उजागर करते हैं। मैं इसे केवल चुनावी भाषा के रूप में देखना चाहूंगा।
उन्होंने कहा कि चुनावों के समय इस तरह का बयान सामने आना सामान्य बात है। यह एक रणनीति का हिस्सा होता है। चुनावी प्रचार में नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप लगाना आम बात है, इसे गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों की निंदा की थी। इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया था कि सत्ता में आने के बाद वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के साथ साझेदारी को मजबूत करेंगे।
ट्रंप ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए लिखा, "मुझे उम्मीद है कि रोशनी का यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत की ओर ले जाएगा! मैं हिंदुओं, ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ बर्बर हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं, जिन पर बांग्लादेश में भीड़ द्वारा हमला किया जा रहा है और लूटपाट की जा रही है, जहां पूरी तरह अराजकता की स्थिति बनी हुई है।"
इस दौरान उन्होंने कमला हैरिस और राष्ट्रपति जो बाइडेन पर दुनिया भर में हिंदुओं की दुर्दशा की अनदेखी करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने हिंदू अमेरिकियों की रक्षा करने का वादा किया। उन्होंने लिखा, "मेरे रहते ऐसा कभी नहीं होता। कमला और जो ने दुनिया भर में और अमेरिका में हिंदुओं की अनदेखी की है।"