उन्होंने विश्वविद्यालय शिक्षा सुधार, युवा नवाचार और भविष्य की प्रौद्योगिकी जैसे विषयों पर गहन चर्चा की। गतिविधियों में मुख्य भाषण, विशेष मंच, गोलमेज चर्चाएं और प्रोजेक्ट रोड शो शामिल थे, और कई परिणाम हासिल हुए।
बेल्जियम में चीनी राजदूत फ़ेई शेंगछाओ ने अपने भाषण में कहा कि विज्ञान की कोई सीमा नहीं है। वैश्विक अनिश्चितताओं के सामने, चाहे वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति हो या अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का विकास, सभी देशों के लोगों को संचार को मजबूत करने, समझ को बढ़ाने और मानव विकास के सामने मौजूद चुनौतियों के संयुक्त समाधान की आवश्यकता है। चीन वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार को बहुत महत्व देता है और सभी देशों की प्रतिभाओं के साथ सहयोग को गहरा करते हुए वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार के माध्यम से देश और विदेशों में लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने और विश्व शांति व विकास को बढ़ाने को तैयार है।
यूरोपीय संघ में चीनी मिशन के मंत्री चू चिंग ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में चीन व यूरोप के सहयोग महत्वपूर्ण हैं और युवा वैज्ञानिकों को भविष्य के वैज्ञानिक अनुसंधान सहयोग में अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
चीन के साथ संबंधों पर यूरोपीय संसद के प्रतिनिधिमंडल के पूर्व अध्यक्ष जोसेफ लेन ने कहा कि आज की दुनिया ऊर्जा और खाद्य संकट और लगातार प्राकृतिक आपदाओं की गंभीर स्थिति का सामना कर रही है। केवल एकजुट होकर सहयोग करने से ही वैश्विक चुनौतियों का सामना किया जा सकता है और बेहतर भविष्य का सहनिर्माण किया जा सकता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)