बीजिंग, 7 नवंबर ( आईएएनएस): । छह दिवसीय सातवां चीन अंतर्राष्ट्रीय आयात एक्सपो (सीआईआईई) 5 नवंबर को शांगहाई में उद्घाटित हुआ।
सीआईआईई के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में सातवां होंगछ्याओ अंतर्राष्ट्रीय अर्थिक मंच भी आयोजित किया गया, जो उच्च-स्तरीय खुलेपन और समावेशी आर्थिक वैश्वीकरण के संवर्धन विषय पर केंद्रित है। इस मंच के 19 उप-मंच हैं।
'डब्ल्यूटीओ और चीन के तीस वर्ष : इतिहास और परिवर्तन' थीम वाले उप-मंच ने पिछले 30 वर्षों में विश्व व्यापार संगठन के विकास अनुभव और प्रेरणा की समीक्षा की, जिसमें प्रतिभागियों ने डब्ल्यूटीओ में शामिल होने के बाद से विश्व आर्थिक विकास में चीन द्वारा किए गए महत्वपूर्ण योगदान को पूरी तरह से मान्यता दी और डब्ल्यूटीओ सुधार के प्रमुख क्षेत्रों और चीन के संस्थागत खुलेपन के लगातार विस्तार पर भी चर्चा की।
उधर, 'कृत्रिम बुद्धिमत्ता नए औद्योगीकरण को सशक्त बनाती है' शीर्षक के उप-मंच में उपस्थित देसी-विदेशी विशेषज्ञों और विद्वानों ने नए औद्योगीकरण में एआई प्रौद्योगिकी के अनुसंधान, विकास और अनुप्रयोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए संयुक्त रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता के भविष्य के विकास के लिए सुझाव दिए हैं।
उनके विचार में सभी देशों को औद्योगिक विकास के लाभ को साझा करने और सभी देशों के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। वहीं, 'नया ऊर्जा भंडारण भविष्य में ऊर्जा परिवर्तन को प्रेरित करता है' शीर्षक के उप-मंच में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों ने नई ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों, नए विकास और नए रुझानों पर गहन रूप से विचार-विमर्श किया।
नया ऊर्जा भंडारण, ऊर्जा भंडारण के उस रूप को संदर्भित करता है जो पंपयुक्त जल ऊर्जा भंडारण के अलावा, आउटपुट पावर को मुख्य रूप में उपयोग करता है। उप-मंच में उपस्थित अतिथियों का कहना है कि पिछली सभी औद्योगिक क्रांतियां ऊर्जा क्रांति से निकटता से जुड़ी हुई हैं।
बड़े मॉडलों के साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रौद्योगिकी का तेजी से विकास बुद्धिमान युग के आगमन को बढ़ावा दे रहा है, डिजिटल अर्थव्यवस्था का विकास कंप्यूटिंग शक्ति पर निर्भर करता है और कंप्यूटिंग शक्ति का विकास ऊर्जा पर भरोसा करता है।
नये ऊर्जा भंडारण में व्यापक विकास की संभावनाएं हैं। उन्होंने एक स्वर में कहा कि चीन में नए ऊर्जा भंडारण का विकास तेजी से आगे बढ़ गया है और यह स्वच्छ, कम कार्बन, सुरक्षित और कुशल ऊर्जा प्रणाली के निर्माण में चीनी ज्ञान और ताकत का योगदान देगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)