यह राष्ट्रपति-चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत की घोषणा के बाद पहली ब्रीफिंग थी। बता दें इस चुनाव में बाइडेन की जगह डेमोक्रेट उम्मीदवार बनीं कमला हैरिस जीत दर्ज नहीं कर सकी।
पियरे ने कहा, "उन्हें (बाइडेन) बहुत गर्व था। जब उन्होंने मशाल उपराष्ट्रपति को सौंपने का फैसला किया, तो उन्हें लगा कि उस समय यह सही फैसला था। उन्हें (बाइडेन) विश्वास था कि वह (कमला हैरिस) तैयार थीं।"
पियरे ने सीधे तौर पर यह जवाब नहीं दिया कि क्या बाइडेन को अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने का अफसोस है या नहीं?
जीन-पियरे ने राष्ट्रपति के रूप में बाइडेन की उपलब्धियों का बखान करने की कोशिश की, जबकि डेमोक्रेट्स की हार के लिए कोई सीधा कारण नहीं बताया।
व्हाइट हाउस अधिकारी ने कहा, "हम जो भी उपलब्धियां हासिल कर सके, उसके बावजूद, कोविड-19 महामारी के कारण वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल परिस्थितियां रहीं, जाहिर है, कोविड-19 के कारण सप्लाई चेन में व्यवधान उत्पन्न हुआ, और इसका राजनीतिक प्रभाव कई पदाधिकारियों पर पड़ा।"
इससे पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐलान किया कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस 'लड़ाई जारी रखेंगी' भले ही वह राष्ट्रपति पद का चुनाव हार गई हों। उन्होंने हैरिस को 'पीढ़ियों का नेता' करार दिया।
बाइडेन ने बुधवार को एक बयान में कहा, "वह उद्देश्य, दृढ़ संकल्प के साथ लड़ाई जारी रखेंगी। वह सभी अमेरिकियों के लिए चैंपियन बनी रहेंगी।" उन्होंने कहा, "सबसे बढ़कर, वह एक ऐसी नेता बनी रहेंगी, जिन्हें हमारी पीढ़ियां याद रखेंगी।'
बाइडेन ने कहा, "आज अमेरिका ने उस कमला हैरिस को देखा, जिन्हें मैं जानता हूं और जिनका मैं प्रशंसक हूं।"
बाइडेन ने कहा कि 2016 में अपनी पार्टी का नामांकन प्राप्त करने के बाद कमला को अपना उपराष्ट्रपति चुनना उनका पहला फैसला था और यह 'मेरा सबसे अच्छा निर्णय था।'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "उनकी दास्तां अमेरिका की सबसे अच्छी कहानी का प्रतिनिधित्व करती है। और जैसा कि उन्होंने आज स्पष्ट किया, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह उस कहानी को लिखना जारी रखेंगी।"