जॉर्जटाउन, 20 नवंबर ( आईएएनएस): । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में जॉर्जटाउन पहुंचने पर गुयाना में भारतीय समुदाय के उत्साहपूर्ण स्वागत के लिए उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "गुयाना में भारतीय समुदाय के लोगों का उनके गर्मजोशी भरे और जोशीले स्वागत के लिए हार्दिक धन्यवाद। उन्होंने दिखा दिया कि अपनी जड़ों से जुड़े रहने के लिए दूरी कभी बाधा नहीं बनती। यहां समुदाय के लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाते देखकर खुशी हुई।"
इसके साथ ही, कई देशों के नेताओं ने भी होटल में पहुंचने पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उन्हें गहरे द्विपक्षीय रिश्तों के प्रतीक के रूप में 'की टू द सिटी ऑफ जॉर्जटाउन (जॉर्जटाउन शहर की चाबी)' सौंपी गई।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा, "होटल पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान, ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल, बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटले और गुयाना के कई कैबिनेट मंत्रियों ने विशेष स्वागत किया। प्रधानमंत्री को जॉर्जटाउन के मेयर ने 'जॉर्जटाउन शहर की चाबी' सौंपी, जो भारत-गुयाना के घनिष्ठ संबंधों का प्रमाण है।"
इससे पहले, देश में पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, प्रधानमंत्री मार्क एंथनी फिलिप्स और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों ने उनका स्वागत किया।
राष्ट्रपति अली ने गर्मजोशी से गले मिलकर व्यक्तिगत तौर से पीएम मोदी का स्वागत किया, जो दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स लिखा, "कुछ समय पहले गुयाना पहुंचा हूं। राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली, प्रधानमंत्री मार्क एंथनी फिलिप्स, वरिष्ठ मंत्रियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का आभार, जो मुझे एयरपोर्ट पर लेने आए। मुझे विश्वास है कि यह यात्रा हमारे देशों के बीच मित्रता को और गहरा करेगी।"
यह ऐतिहासिक यात्रा 56 वर्षों में दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है, इससे पहले 1968 में इंदिरा गांधी ने भी दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र की यात्रा की थी।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुयाना और बारबाडोस ने अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्हें प्राप्त हुए अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों की कुल संख्या 19 हो जाएगी।
गुयाना प्रधानमंत्री को 'द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस' प्रदान करेगा, जबकि बारबाडोस उन्हें 'ऑनरेरी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस' से सम्मानित करेगा।