ईरान के सरकारी आईआरआईबी टीवी ने बताया कि दोनों मंत्रियों ने सीरिया के नवीनतम घटनाक्रम पर चर्चा की।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, शुक्रवार को बातचीत के दौरान, अराघची ने लेबनान और फिलिस्तीन में असफलताओं के बाद सीरिया में आतंकवादी समूहों के फिर से एक्टिव होने की निंदा की और इसे अमेरिका-इजरायल का 'प्लान' बताया।
अराघची ने कहा कि ईरान क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता की रक्षा के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सीरियाई राष्ट्र, सरकार और सेना का समर्थन करना जारी रखेगा।
वहीं सब्बाग ने कहा कि सीरियाई राष्ट्र और सरकार अपनी रक्षा के लिए पूरी कोशिश करेंगे और हमेशा की तरह आतंकवादियों और उनके समर्थकों की कोशिशों को नाकाम कर देंगे।
हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) विद्रोही ग्रुपी और उसके सहयोगी गुटों ने बुधवार से अलेप्पो और इदलिब प्रांतों में सीरियाई सैन्य ठिकानों पर एक बड़े पैमाने पर हमले कर रहे हैं। इसके चलते दर्जनों लोग मारे गए हैं, जिनमें ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स का एक वरिष्ठ सदस्य भी शामिल है। विद्रोही गुप्स ने कई शहरों पर कब्ज़ा कर लिया है।
इससे पहले शुक्रवार को सीरियाई सेना ने दावा किया कि उसके बलों ने अलेप्पो और इदलिब के ग्रामीण क्षेत्रों में एचटीएस द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए हमले को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। बयान में विद्रोही ग्रुप्स को भारी नुकसान पहुंचाने और सैकड़ों आतंकवादियों के हताहत होने का दावा किया गया।
एचटीएस जिसे पहले नुसरा फ्रंट के नाम से जाना जाता था, को सीरिया, रूस और कई अन्य देश आतंकवादी संगठन मानते हैं।