अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए 78 वर्षीय ट्रूडो ने लिखा, "महान राज्य के कनाडा के गवर्नर जस्टिन ट्रूडो के साथ उस रात डिनर करना खुशी की बात थी। मैं जल्द ही 'गवर्नर' से फिर मिलने की उम्मीद करता हूं ताकि हम टैरिफ और व्यापार पर अपनी गहन बातचीत जारी रख सकें, जिसके परिणाम सभी के लिए वास्तव में शानदार होंगे!"
यह कमेंट तुरंत वायरल हो गई। इसे लेकर यूजर्स ने इस बात पर बहस करनी शुरू दी क्या ट्रंप ने ये शब्द जानबूझकर इस्तेमाल किए थे।
रिपोर्टों से पता चलता है कि ट्रंप की पोस्ट का दरअसल ट्रंप के फ्लोरिडा रिसॉर्ट, मार-ए-लागो में एक अनिर्धारित डिनर से जुड़ी हुई है। इस दौरान ट्रूडो ने कनाडाई और मैक्सिकन उत्पादों पर टैरिफ को टालने की बात कही।
फॉक्स न्यूज के अनुसार, ट्रंप ने अपने प्रस्तावित टैरिफ को सीमा सुरक्षा, ड्रग्स की तस्करी पर अंकुश लगाने और व्यापार घाटे को कम करने के लिए जरूरी बताया। हालांकि, ट्रूडो ने इस पर आपत्ति जताते हुए चेतावनी दी कि ऐसे कदम कनाडा की अर्थव्यवस्था को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं।
डिनर के दौरान, ट्रंप ने कथित तौर पर मजाक में कहा, "शायद कनाडा अमेरिका का 51वां राज्य बन जाए और ट्रूडो इसके गवर्नर बन जाएं।" इससे कनाडाई नेता घबराकर हंस पड़े।
इस मीटिंग ने ट्रंप को 20 जनवरी को अपने शपथ ग्रहण से पहले अमेरिका-कनाडा संबंधों को लेकर अपना नजरिया दोहराने का अवसर प्रदान किया।
ट्रंप ने तर्क दिया कि अमेरिका कनाडा और मेक्सिको को अत्यधिक मात्रा में सब्सिडी देता है। बता दें उन्होंने हाल ही में एक टीवी इंटरव्यू में कहा था, "हम कनाडा को प्रति वर्ष 100 बिलियन डॉलर से अधिक की सब्सिडी देते हैं, हम मेक्सिको को लगभग 300 बिलियन डॉलर की सब्सिडी देते हैं। हम इन देशों को सब्सिडी क्यों दे रहे हैं? अगर हम उन्हें सब्सिडी देने जा रहे हैं, तो उन्हें (नए) राज्य बनने दें।"
ट्रंप की टिप्पणियों और धमकियों के जवाब में, ट्रूडो ने कहा कि उनकी सरकार कनाडा के हितों की रक्षा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि किसी भी अमेरिकी टैरिफ का उत्तर जवाबी उपायों से दिया जाएगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की कार्रवाई अंततः प्रोडक्ट्स को अधिक महंगा बनाएंगी जिससे अमेरिकी उपभोक्ताओं को नुकसान होगा।
बता दें 25 नवंबर को ट्रंप ने कहा था कि वह पदभार ग्रहण करने पर कनाडाई और मैक्सिकन वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर दोनों देश अमेरिका में प्रवासियों और ड्रग्स के प्रवाह को नहीं रोकते हैं तो वह ऐसा करंगे।