योनहाप समाचार एजेंसी ने बताया कि उत्तरी सीमा के पास अमनोक नदी के किनारे बड़े इलाकों में भयंकर बाढ़ के बाद से जुलाई के आखिर से उत्तर कोरिया में पुनर्निर्माण के प्रयास चल रहे हैं। इस आपदा में कई लोग मारे गए और लापता हुए थे।
किम ने कई बार बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया है, जबकि 15,000 से अधिक पीड़ितों को आश्रय के लिए प्योंगयांग में स्थानांतरित किया गया है।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने रविवार को बताया कि उत्तर कोरियाई नेता ने पिछले दिन उत्तरी फ्योंगान प्रांत में पुनर्निर्मित घरों को लेकर आयोजित समापन समारोह में भाग लिया।
समारोह में अपने भाषण में किम ने साल के अंत में ठंड के मौसम के कारण घरों के पुनर्निर्माण में बार-बार देरी के लिए माफी मांगी।
उन्होंने बाढ़ से हुई क्षति को मानव निर्मित आपदा बताते हुए इसके लिए देश की शिथिल आपदा निवारण एजेंसियों और श्रमिकों की गैरजिम्मेदारी को जिम्मेदार ठहराया तथा आत्मचिंतन का आह्वान किया।
उत्तर कोरियाई नेता ने पुनर्वास में आत्मनिर्भरता पर भी जोर दिया, उन्होंने कहा कि कई देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने सहायता प्रदान करने की पेशकश की है।
उन्होंने बताया, हालांकि अपनी क्षमताओं पर विश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना, बाहरी मदद से इनकार करने के किसी भी कारण से अधिक महत्वपूर्ण थी।''
किम ने यह भी कहा कि तटबंधों को मजबूत करने और ग्रीनहाउस फार्म बनाने की नई परियोजनाएं अगले साल प्रभावित क्षेत्रों में शुरू होंगी। इसके साथ ही उन्होंने निर्माण कौशल और उपकरणों में सुधार का आदेश दिया।