मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मध्यस्थों ने सोमवार को इजरायल और हमास को समझौते का अंतिम मसौदा सौंप दिया। यह जानकारी मध्य रात्रि में हुई वार्ता में मिली 'सफलता' के बाद दी गई।
वार्ता में निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति और नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूतों ने भाग लिया।
ट्रंप के 20 जनवरी के शपथ ग्रहण को अब व्यापक रूप से युद्ध विराम समझौते के लिए वास्तविक समय सीमा के रूप में देखा जा रहा है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा था कि अगर उनके पदभार ग्रहण करने से पहले हमास ने बंधकों को मुक्त नहीं किया तो उन्हें 'बहुत अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी।'
बाइडेन ने सोमवार को अपनी विदेश नीति की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा, "यह समझौता...बंधकों को मुक्त करेगा, लड़ाई को रोकेगा, इजरायल को सुरक्षा प्रदान करेगा और फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता बढ़ाने की अनुमति देगा, जिन्होंने युद्ध में बहुत कष्ट झेले हैं, जो हमास ने शुरू किया था।"
यह सीजफायर डील अगर कामयाब रही, तो एक वर्ष से अधिक समय तक चलने वाली वार्ताओं का खात्म हो जाएगा। इसके जरिए संघर्ष के शुरुआती दिनों के बाद से इजरायली बंधकों की सबसे बड़ी रिहाई होगी, जब हमास ने इजरायल की हिरासत में 240 फिलिस्तीनी बंदियों के बदले में लगभग आधे बंधकों को रिहा कर दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स में वार्ता के बारे में जानकारी रखने वाले अधिकारी के हवाले से कहा गया कि युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई का दस्तावेज कतर ने दोहा में वार्ता के दौरान दोनों पक्षों के सामने पेश किया था।
बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने सोमवार को कहा, "दोनों पक्ष इस सौदे को फाइनल करने के बिल्कुल करीब हैं।"
हमास ने कहा कि वह लड़ाई को समाप्त करने के लिए एक समझौते तक पहुंचने के लिए उत्सुक है।
एक इजरायली अधिकारी ने कहा कि डील के तहत 33 बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत अंतिम चरण में है। गाजा में अभी भी 98 बंधक हैं।
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा, "प्रगति हुई है, मैं अपने अमेरिकी मित्रों को बंधक सौदे को सुरक्षित करने के लिए किए जा रहे भारी प्रयासों के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।"
हमास के एक अधिकारी ने कहा, "कुछ प्रमुख मुद्दों पर बातचीत में प्रगति हुई है और जो मुद्दे बचे हैं, उन्हें भी हम शीघ्र ही पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं।"
इजरायल के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 में हमास के लड़ाकों के हमले में इजरायल के 1,200 लोग मारे गए और 250 से अधिक बंधक बनाए गए। इसके बाद यहूदी राष्ट्र ने गाजा में सैन्य ऑपरेशन शुरू कर दिया था।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, तब से गाजा में 46,000 से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं। एन्क्लेव का ज्यादातर हिस्सा बर्बाद हो गया है और अधिकांश आबादी विस्थापित हो गई है।
युद्धरत पक्ष महीनों से इस सिद्धांत पर सहमत हैं कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों और इजरायल द्वारा पकड़े गए फिलिस्तीनी बंदियों की रिहाई के बदले में लड़ाई रोक दी जाएगी। लेकिन हमास ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि समझौते से युद्ध का स्थायी अंत होना चाहिए और गाजा से इजरायल की वापसी होनी चाहिए, वहीं यहूदी राष्ट्र ने कहा है कि जब तक हमास का खात्मा नहीं हो जाता, तब तक वह युद्ध समाप्त नहीं करेगा।