कंबोडिया के गृह मंत्रालय, चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय, लाओस के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय व प्रतिरक्षा मंत्रालय, म्यांमार के गृह मंत्रालय, थाईलैंड के शाही पुलिस और वियतनाम के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया। मादक-पदार्थ व अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और आसियान पुलिस संगठन समेत अंतर्राष्ट्रीय संगठन बैठक में उपस्थित हुए।
बैठक में उपस्थित सभी पक्षों ने कहा कि लेनछांग-मेकोंग कानून प्रवर्तन सहयोग केंद्र ने वैज्ञानिक और सावधानीपूर्वक रूप से "सीगल" संयुक्त अभियान चलाया। विभिन्न देशों के कानून प्रवर्तन संसाधनों को इकट्ठा कर क्षेत्र में दूरसंचार व इंटरनेट धोखाधड़ी और आग्नेयास्त्र व गोला-बारूद की तस्करी के अपराधों का कारगर मुकाबला किया गया। केंद्र ने क्षेत्रीय कानून प्रवर्तन सहयोग मंच की अपरिवर्तनीय भूमिका निभाई, जिससे क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित की गई।
बताया जाता है कि पिछले साल अगस्त से दिसंबर तक लेनछांग-मेकोंग कानून प्रवर्तन सहयोग केंद्र ने "सीगल" संयुक्त अभियान चलाया। कंबोडिया, चीन, लाओस, म्यांमार, थाईलैंड और वियतनाम के कानून प्रवर्तन विभागों ने एक साथ क्षेत्र में दूरसंचार और इंटरनेट धोखाधड़ी के अपराध और इससे पैदा आग्नेयास्त्र और गोला-बारूद की तस्करी के अपराधों पर प्रहार किया और व्यावहारिक परिणाम प्राप्त किया।
प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, अभियान के दौरान विभिन्न प्रकार के 160 से अधिक मामले सुलझाए गए, 70,000 से अधिक आपराधिक संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया और 160 से अधिक पीड़ितों को बचाया गया है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)