बॉब ब्लैकमैन के मुताबिक ‘इमरजेंसी’ देखने पहुंचे लोगों को धमकाया गया।
बता दें, लंदन में कई जगह ‘इमरजेंसी’ दिखाई जा रही थी। इस दौरान कुछ लोगों ने फिल्म देख रहे दर्शकों को डराया और धमकी दी। मामले को लेकर विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने ब्रिटेन के गृह सचिव से दखल देने की मांग की है। बॉब ब्लैकमैन उत्तर-पश्चिम लंदन निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और कथित खालिस्तान समर्थकों ने इसी इलाके के लोगों को फिल्म देखने पर धमकी दी।
जानकारी के अनुसार 'इमरजेंसी' की स्क्रीनिंग के दौरान सिनेमाघर में घुस आए थे।
मामले की निंदा करने वाले सांसद बॉब ब्लैकमैन ने हाउस ऑफ कॉमन्स को बताया कि 'इमरजेंसी' को कई विवादों का सामना करना पड़ रहा है। फिल्म की स्क्रीनिंग में पहुंचे लोगों को धमकाया गया। फिल्म देखने पर धमकाने की खबर बर्मिंघम, स्लो, वॉल्वरहैम्प्टन, मैनचेस्टर और स्टेन्स से सामने आई है।
वहीं, विवाद को देखते हुए ‘इमरजेंसी’ को व्यू और सिनेवर्ल्ड सिनेमा चेन ने ब्रिटेन के कई सिनेमाघरों से हटाने का फैसला किया है।
बता दें कि 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज कंगना रनौत की 'इमरजेंसी' को भारत के पंजाब में भी विरोध का सामना करना पड़ा था। देश में लागू इमरजेंसी (1975-77) पर बनी फिल्म में निर्देशन भी कंगना रनौत ने किया है। उन्होंने इस फिल्म में इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है।
पंजाब में फिल्म को लेकर हुए विरोध को लेकर कंगना रनौत का हाल ही में बयान सामने आया था। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर अभिनेत्री ने विरोध को "कला और कलाकार का उत्पीड़न" बताया था।
अभिनेत्री ने लिखा था, “यह कला और कलाकारों का उत्पीड़न है, पंजाब के कई शहरों से रिपोर्ट आ रही है कि ये लोग ‘इमरजेंसी’ को प्रदर्शित नहीं होने दे रहे हैं। मैं सभी धर्मों का बहुत सम्मान करती हूं और चंडीगढ़ में पढ़ने और पले-बढ़े होने के कारण मैंने सिख धर्म को बहुत करीब से देखा और उसका पालन किया है। यह पूरी तरह से झूठ है और मेरी छवि को खराब करने और मेरी फिल्म को नुकसान पहुंचाने के लिए दुष्प्रचार है।"