पत्रकारों से बातचीत करते हुए परमेश्वर ने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी के लिए पहले ही वारंट जारी किया जा चुका है और उनका पासपोर्ट रद्द करने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है।
कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा, "पासपोर्ट रद्द होने के बाद, प्रज्वल रेवन्ना को भारत लौटना होगा।"
प्रज्वल के चाचा व पूर्व सीएम एच.डी. कुमारस्वामी द्वारा प्रज्वल के देश लौटने और जांच अधिकारियों के सामने पेश होने के अनुरोध के बारे में परमेश्वर ने कहा कि यह एक आंतरिक पारिवारिक मामला है।
फोन टैपिंग के आरोपों का जवाब देते हुए परमेश्वर ने कहा कि सरकार ने किसी का फोन टैप नहीं किया है। उन्होंने कहा, ''अगर उन्हें (देवेगौड़ा के परिवार को) संदेह है कि उनके फोन टैप किए गए हैं, तो उन्हें सबूत देने दीजिए और हम जांच करेंगे।''
उन्होंने कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) उस ऑडियो क्लिप की भी जांच करेगा, जिसमें कथित तौर पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ''एसआईटी को मामले की जांच करने की पूरी आजादी है।''