मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि हादसे के वक्त घर में करीब 15 लोग मौजूद थे। तीन लोग तो हादसे के बाद निकाल लिए गए थे। इसके बाद करीब 12 लोग मलबे के नीचे दबे रह गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद राहत बचाव अभियान चलाया गया और आठ लोगों को बाहर निकाला गया। इनमें से छह लोगों की मौत हो गई है और करीब चार लोग मलबे में फंसे हुए हैं, जिन्हें बचाने के लिए राहत अभियान जारी है।
जिलाधिकारी दीपक मीणा के अनुसार, मौके पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। हमारी कोशिश है कि मलबे के नीचे फंसे हुए लोगों को जल्द से जल्द बचाया जाए।
डीएम ने बताया कि यह हादसा शनिवार को लोहिया नगर क्षेत्र के जाकिर कॉलोनी में हुआ है। घर में एक ही परिवार के 15 लोग मौजूद थे। घर काफी पुराना था और लगातार हो रही भारी बारिश का मकान पर काफी प्रभाव पड़ा। तेज धमाके के साथ तीन मंजिला मकान अचानक जमीदोंज हो गया। मकान के ग्राउंड फ्लोर पर डेयरी संचालित थी। इस हादसे में दर्जनों मवेशी भी मलबे में दब गए। जांच के बाद ही हादसे की सही वजहों का पता चल पाएगा।
मकान के मालिक की पहचान अलाउद्दीन के रूप में हुई है। वह इमारत में डेयरी चलाता था। इस हादसे का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया है। उन्होंने अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने घायलों के इलाज के भी निर्देश दिए हैं।