कांग्रेस की मानसिकता एक को तोड़कर और दूसरे को जोड़कर रखने की है : सुधांशु त्रिवेदी

12 Oct, 2024 8:13 PM
कांग्रेस की मानसिकता एक को तोड़कर और दूसरे को जोड़कर रखने की है : सुधांशु त्रिवेदी
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (आईएएनएस): । राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने शनिवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को 'अर्बन नक्सलवाद' वाले बयान पर घेरा।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान कांग्रेस की घृणित मानसिकता को दर्शाता है। विजयादशमी का पर्व असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है। इस बार यह और भी ज्यादा अद्भुत और महत्वपूर्ण है, क्योंकि करीब 500 साल के बाद रामलला के अयोध्या में विराजमान होने के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद पहली विजयादशमी है। इसके अलावा पुण्यश्लोक महारानी अहिल्याबाई होलकर का 300वां, आर्य समाज के संस्थापक दयानंद सरस्वती का 200वां जन्म वर्ष चल रहा है। इसके अलावा भारत के जनजाति स्वाभिमान के प्रतीक और जनजातीय समुदाय में राष्ट्रवाद की अलख जगाने वाले भगवान बिरसा मुंडा जी का 150वां वर्ष है। इसके अलावा पश्चिमी और पूर्वी बंगाल में मूल्य और संस्कारों को स्थापित करने वाले पूज्य अनुकूल चंद्र ठाकुर जी के द्वारा स्थापित सत्संग का भी अगले साल 100वां वर्ष रहा।

उन्होंने आगे कहा कि ऐसे समय में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा यह बयान देना निंदनीय है। खड़गे दावा कर रहे हैं कि मोदी जी ने उनको अर्बन नक्सल कहा। खड़गे हमें बताएं कि चार बीवियों की बात करना, ट्रिपल तलाक, महरम और हिजाब को समर्थन देना, हलाला का विरोध नहीं करना प्रोग्रेसिव है? भाजपा नेता ने आगे कहा कि जो लोग इन सभी बातों को समर्थन करते हैं और हिंदू समाज के ऊपर तमाम मनगढ़ंत बातों को लेकर आरोप लगाते हैं, यही अर्बन नक्सल की प्रवृत्ति है।

दलित और एससी/एसटी मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 2013 में कुमारी शैलजा ने बयान दिया था कि हरियाणा में दलित होना अपराध हो गया है, यह बयान बकायदा मीडिया में छपा था। जहां तक अनुसूचित जनजाति के आरक्षण की बात है, तो 10 मई 1950 के दिन शेड्यूल कास्ट के आरक्षण की अधिसूचना जारी हुई थी। उस समय कानून मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के वक्त भारत के कानून मंत्री बाबा साहब अंबेडकर थे। उसमें साफ लिखा था कि सिर्फ हिंदू एससी को इसका लाभ मिलेगा, कांग्रेस ने क्यों मांग की थी कि मुस्लिमों को भी इसका लाभ मिलना चाहिए। कांग्रेस सेंध मारने की तैयारी में थी। ऐसे में एससी-एसटी के रिजर्वेशन, राष्ट्रवाद का संरक्षण या अर्बन नक्सल का मुखौटा की बात हो, कांग्रेस सभी मुद्दों पर बेनकाब हो रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के बयान को लेकर भाजपा नेता ने कहा कि जब पार्टी के बड़े नेता ऐसा कह रहे हैं तो उनसे क्या उम्मीद की जाए। एक तरह से उन्होंने जय फिलिस्तीन नारे की वकालत कर दी है। अब बहुत साफ हो गया है कि कांग्रेस और ओवैसी का मन एक है। दोनों में आत्मा जिन्ना की है। ओवैसी ने हाउस में जय फिलिस्तीन बोला तो वहीं कांग्रेस वर्किंग कमेटी का फिलिस्तीन को लेकर प्रस्ताव है। सोनिया गांधी का इसको लेकर आर्टिकल है। हमास के हमले के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के ट्वीट हैं। कांग्रेस की मानसिकता है कि एक को तोड़कर और दूसरे को जोड़कर रखो। बांग्लादेश के हिंदुओं को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने जो भाव व्यक्त किया है भारत को बांग्लादेशी हिंदुओं को लेकर कोई चिंता नहीं रखना चाहिए, तो क्या 2003 में जब आडवाणी जी गृह मंत्री थे और मनमोहन सिंह नेता प्रतिपक्ष थे तो उन्होंने बांग्लादेशी हिंदुओं के अधिकारों और उनकी रक्षा और भारत में नागरिकता देने की बात कही थी, तो वह गलत थी।




सौजन्य मीडिया ग्रुप: आईएएनएस


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