कुंभ 2019 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुंभ मेला क्षेत्र के भ्रमण के दौरान मेला में कार्य करने वाले सफाई कर्मियों एवं नाविकों को स्वच्छ सेवा सम्मान (स्वच्छ कुंभ, स्वच्छ आधार) प्रदान किया था। इसी उद्देश्य से यहां स्वच्छ कुंभ कोष की स्थापना की गई है। वर्तमान में कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (सीएसआर) के माध्यम से इस कोष में 30 करोड़ से ज्यादा की धनराशि से यहां काम करने वाले सफाई कर्मियों और नाविकों के हितों का ध्यान रखा जा रहा है। उन्हें विभिन्न योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में अब तक 7798 को एलआईसी की प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना से जोड़ा गया है, जिस पर करीब 2 करोड़ रुपए प्रीमियम अदा किया जा चुका है। इसी तरह, 12901 व्यक्तियों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से आच्छादित किया गया है, जिस पर 30 लाख रुपए प्रीमियम अदा किया जा चुका है।
मेला एवं परेड क्षेत्र की वर्ष पर्यंत साफ सफाई व्यवस्था के लिए 144 सफाई कर्मियों तथा 1140 नाविक एवं माघ मेला 2024 में तैनात किए गए 2500 सफाई कर्मी समेत महाकुंभ में तैनात किए जाने वाले लगभग 15 हजार सफाई कर्मियों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से आच्छादित करने के लिए विशेष आग्रह किया गया है, जिस पर कार्यवाही की जा रही है। इसी तरह, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के अंतर्गत पंजीकृत और गैर पंजीकृत 18-40 वर्ष के श्रमिकों द्वारा ई पोर्टल पर आवेदन करने के लिए भी कार्यवाही श्रम विभाग के सहयोग से क्रियान्वित की जा रही है। यूपी भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड (यूपीबीओसीडब्ल्यू) में भी आच्छादन की कार्यवाही की जा रही है।
इसके अतिरिक्त सफाई कर्मियों एवं नाविकों की बालिकाओं को इस योजना के अंतर्गत लाभान्वित किए जाने का भी प्रयास किया जा रहा है तो उन्हें शिक्षा प्रोत्साहन योजना से लाभान्वित किए जाने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग से अनुमोदन का प्रयास किया जा रहा है। योगी सरकार द्वारा किए जा रहे ये सारे प्रयास महाकुंभ को स्वच्छ और यादगार बनाने की दिशा में यहां कार्य कर रहे तमाम सफाई कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए हैं, ताकि वो पूरी प्रतिबद्धता से अपने कार्य को अंजाम दे सकें।