मध्य प्रदेश : बैतूल हादसे के घायलों को 50,000 और मृतक के परिवार को दो लाख रुपए देगी सरकार

बैतूल, 27 अक्टूबर ( आईएएनएस): । मध्य प्रदेश के बैतूल में बैतूल परासिया स्टेट हाइवे पर रविवार की सुबह दर्दनाक हादसा हुआ, जहां मजदूरों से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली खाई में पलट गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। सरकार ने हादसे में पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है।

मध्य प्रदेश : बैतूल हादसे के घायलों को 50,000 और मृतक के परिवार को दो लाख रुपए देगी सरकार
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दरअसल, सभी मजदूर घोड़ाडोंगरी ब्लॉक के बाकुड़ और दुलारा गांव के रहने वाले हैं। ये सभी मजदूर काम करने कन्याकुमारी गए हुए थे, जहां से दीपावली का त्योहार मनाने सुबह की ट्रेन से वापस आए थे। इसके बाद बैतूल से अपने गांव जाने के लिए सभी एक ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर निकले थे। ट्रैक्टर ट्राली में 14 मजदूर सवार थे। घायलों में 12 की हालत नाजुक बनी हुई है।

बैतूल की एडिशनल एसपी कमला जोशी ने हादसे को लेकर बताया कि हादसा हनुमान टोल के पास एक मोड़ पर हुआ है। 14 मजदूर बैतूल से बैठे थे, जो कन्याकुमारी में पिछले एक-दो महीने से काम पर गए थे। घायलों द्वारा बताया जा रहा है कि करीब 16-17 लोग ट्रैक्टर ट्रॉली में बैठकर अपने घर के लिए निकले थे। इस दौरान हादसा हो गया।

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उन्होंने बताया कि दो की मौत हो चुकी, जबकि 12 घायल हैं। वहीं दो-तीन लोग ऐसे हैं, जिनको चोट नहीं आई थी। वो पैदल ही घर की तरफ निकल गए हैं। पूरे मामले की छानबीन जारी है।

हादसे को लेकर जिला कलेक्टर सूर्यवंशी ने बताया कि करीब 21 लोग त्योहार के अवसर पर कन्याकुमारी से अपने घर वापस लौट रहे थे। सुबह ये लोग टैक्टर ट्रॉली से अपने गांव के लिए निकले। इस दौरान रानीगंज के पास हनुमान टोल के पास उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में दो लोगों की दुखद मृत्यु हुई है। एक को गंभीर हालत में भोपाल रेफर किया गया है। सभी का इलाज चल रहा है।

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उन्होंने बताया कि इस हादसे की खबर मुख्यमंत्री को भी दी गई है और उन्होंने घायलों को 50-50 हजार रुपए की राहत राशि प्रदान करने की बात कही है। वहीं, मृतकों के परिवार को भी दो-दो लाख रुपए की आवश्यक सहायता राशि दी जाएगी। संबंधित प्रशासनिक अधिकारी संवेदनशीलता के साथ इस हादसे के पीड़ितों के सेवा में लगे हुए हैं।

बता दें कि सभी मजदूर सारणी इलाके के बाकुड और दुलारा गांव के रहने वाले है। वे कन्याकुमारी में नमक फैक्ट्री में नमक पैकेट की पैकेजिंग का काम करते थे।

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