दरअसल, स्पिरुलिना ताजे पानी में पाया जाने वाला शैवाल है जो कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसका स्वाद और गंध काफी तेज होता है और इसका प्रयोग कई तरह दवाइयों में भी किया जाता है। स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होने के कारण इसको 'सुपरफूड' भी कहा जाता है।
इस 'सुपरफूड' को प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है, क्योंकि इसमें करीब 70 प्रतिशत तक प्रोटीन होता है। इसके अलावा इसमें भरपूर मात्रा में 'विटामिन' और 'मिनरल' भी होते हैं। इसमें विटामिन बी12, विटामिन ई और आयरन जैसे कई महत्वपूर्ण 'विटामिन' और 'मिनरल' पाए जाते हैं, जो मानव शरीर की कार्यिकी के लिए जरूरी माने जाते हैं।
'स्पिरुलिना' में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं। इसमें जरूरी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है, जो दिल और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मददगार होता है। स्पिरुलिना में भरपूर मात्रा में फाइबर होने के कारण पाचन तंत्र पर भी इसका सकारात्मक नतीजा देखने के लिए मिलता है। फाइबर का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने, मधुमेह और रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मददगार होता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में 'स्पिरुलिना' की भूमिका बहुत ही अहम मानी जाती है। इम्यूनिटी कमजोर होने से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है, इस मामले में स्पिरुलिना का सेवन रामबाण माना जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व इम्यूनिटी पावर को बेहतर बनाते हैं।
खून में हीमोग्लोबिन की कमी से थकान और कमजोरी की समस्या बनी रहती है। ऐसी स्थिति में 'स्पिरुलिना' का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें आयरन और फोलेट अच्छे मात्रा में पाए जाते हैं, जो हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करते हैं। इस प्रकार 'स्पिरुलिना' के सेवन से इतने सारे स्वास्थ्य लाभ मिल जाते हैं।