नई दिल्ली, 1 नवंबर ( आईएएनएस): । राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण और यमुना प्रदूषण पर भाजपा और दिल्ली सरकार में जुबानी जंग तेज है।
दीपावली के बाद दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में बनी हुई है। वहीं, अब लोगों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि छठ पूजा यमुना घाट पर कैसे होगी, क्योंकि अभी तक यमुना काफी प्रदूषित हैं। शुक्रवार को दिल्ली में रहने वाले लोग आईटीओ स्थित यमुना घाट पहुंचे और यमुना की गंदगी देखकर चिंता जताई।
से बात करते हुए नवीन मेहता ने कहा कि यमुना नदी की स्थिति दिन पर दिन खराब हो रही है, जो स्थिति यहां है, वह देखकर काफी पीड़ा होती है। लेकिन, किसी से कुछ कहा भी नहीं जा सकता है। क्योंकि, दिल्ली सरकार सब कुछ जानकर भी अंजान है। यमुना में झाग है, गंदगी है। सीवर का पानी यहां आता है। अगर पीछे से पानी रोक दिया जाता है, तो यहां पर सिर्फ गंदगी ही गंदगी दिखाई पड़ती है। जब पानी छोड़ा जाता है, तो गंदगी बह जाती है, लेकिन यमुना का पानी काला ही रहता है। आने वाले दिनों में छठ पूजा का पर्व है। समझ में नहीं आता है कि इतनी गंदगी में कैसे छठ पूजा का त्योहार मनाया जाएगा। दिल्ली सरकार से क्या उम्मीद कर सकते हैं, अगर उन्हें कुछ करना होता, तो वह अब तक कर सकते थे। यमुना को प्रदूषित करने के लिए हम तो दिल्ली सरकार को बधाई ही दे सकते हैं।
साहिल ने कहा, आने वाले दिनों में यहां पर छठ पूजा का त्योहार मनाने के लिए लोग आएंगे। लेकिन, समझ में नहीं आता है कि इतनी गंदगी में कैसे पूजा होगी। दिल्ली सरकार को यमुना की सफाई को लेकर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि, इससे सिर्फ दिल्ली के लोग ही प्रभावित नहीं हो रहे हैं, बल्कि जीव जंतु भी प्रभावित हैं। सरकार से अपील है कि यमुना की सफाई पर ध्यान दिया जाए। यमुना का पानी काला हो चुका है। छठ पूजा में लोग आएंगे, तो उन्हें दिक्कत होगी। हम यही कहेंगे पानी साफ होना चाहिए। क्योंकि, जल है तो जीवन है।
अमन ने कहा, यमुना काफी प्रदूषित है। मैं सरकार से कहना चाहूंगा कि यमुना की सफाई कराए। यहां हर तरफ कूड़ा ही कूड़ा रहता है। पहले हम यमुना नदी के पानी का इस्तेमाल करते थे। लेकिन, अब पानी इतना काला हो चुका है कि इसे स्पर्श करना भी कठिन है।