नई दिल्ली, 1 नवंबर ( आईएएनएस): । राजधानी दिल्ली में दीपावली पर पटाखों पर दिल्ली सरकार द्वारा बैन लगाया गया था। लेकिन, दीपावली के दिन दिल्ली में जमकर पटाखे जलाए गए हैं। कई जगहों पर आग लगने की कॉल दमकल विभाग को मिली। वहीं, पटाखों के कारण झुलसने से 48 मरीजों को एम्स में भर्ती कराना पड़ा।
दिल्ली एम्स द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, 31 अक्टूबर को एम्स में कुल 48 मरीजों को भर्ती कराया गया है। जिनमें 19 मरीज आईसीयू में एडमिट हैं। इनमें 11 मरीज की हालत गंभीर बनी हुई है। इनकी उम्र 10 साल से 25 साल के बीच है। 48 मरीजों में से 11 की आंख में चोट आई है। 19 के हाथों में चोट लगी है।
दिल्ली फायर सर्विसेज के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, "कल कोई बड़ी कॉल नहीं आई, लेकिन बहुत सारी कॉल आई हैं। कल शाम 5 बजे से रात 12 बजे तक करीब 192 कॉल आई और रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक करीब 158 कॉल आई। राहत की बात ये है कि आग लगने की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। कुछ छोटी घटनाओं में एक विकासपुरी में हुई जिसमें दो लोग बेहोश हो गए। मंगोलपुरी में आग की एक घटना हुई जिसमें एक महिला और 2 बच्चे घायल हो गए। कोई बड़ी आग नहीं लगी क्योंकि हमने इस बार दमकल बल बढ़ा दिया था।"
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के अलग-अलग इलाकों में दीपावली की रात को आग लगने की तकरीबन 60 घटनाएं सामने आई है। फायर विभाग गाजियाबाद के मुताबिक उन्हें बीती रात गाजियाबाद के अलग-अलग इलाकों से आग लगने की 60 कॉल मिली थी। इस दौरान सूचना के आधार पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। गनीमत यह रही कि इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।
दीपावली पर 31 अक्टूबर को जनपद के फायर स्टेशनों पर आग लगने की कुल 60 सूचनाएं प्राप्त हुई। जिसमें वैशाली क्षेत्र में 21 अग्निकांड, कोतवाली क्षेत्र में 17, मोदीनगर क्षेत्र में 1, लोनी क्षेत्र में 7, साहिबाबाद क्षेत्र में 14, अग्निकांड की सूचनाएं प्राप्त हुई थी।