खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "झूठ, छल, कपट, लूट और प्रचार ये पांच विशेषण हैं जो आपकी सरकार का सबसे अच्छा वर्णन करते हैं। 100 दिवसीय योजना के बारे में आपका ढोल पीटना एक सस्ता पीआर स्टंट था। 16 मई 2024 को आपने यह भी दावा किया था कि आपने 2047 के रोडमैप के लिए 20 लाख से अधिक लोगों से इनपुट लिया था। पीएमओ में दायर आरटीआई ने आपके झूठ को उजागर करते हुए विवरण देने से इनकार कर दिया। भाजपा में 'बी' का मतलब विश्वासघात है, जबकि 'जे' का मतलब जुमला है!"
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा कि, "प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियों के वादे का क्या हुआ। भारत की बेरोजगारी दर 45 साल के उच्चतम स्तर पर क्यों है? जहां भी मुट्ठी भर नौकरियों के लिए रिक्तियां होती हैं, वहां भगदड़ क्यों देखी जाती है? सात साल में 70 पेपर लीक का जिम्मेदार कौन है? पीएसयू में हिस्सेदारी बेचकर पांच लाख सरकारी नौकरियां किसने छीनी? घरेलू बचत 50 साल के निचले स्तर पर क्यों गिर गई है? अच्छे दिनों का क्या हुआ? रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। आपकी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 150 लाख करोड़ रुपये से अधिक उधार लिए हैं, यानी प्रत्येक भारतीय पर 1.5 लाख का कर्ज है।"
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, "आर्थिक असमानता 100 साल के उच्चतम स्तर पर है। निजी निवेश 20 साल के निचले स्तर पर है। विकसित भारत का क्या हुआ? जो कुछ भी आप बनाने का दावा करते हैं वह ताश के पत्तों की तरह ढह रहा है। महाराष्ट्र में शिवाजी की मूर्ति का उद्घाटन आपके द्वारा किया गया, दिल्ली हवाई अड्डे की छत, अयोध्या में राम मंदिर की छत और अटल सेतु में दरारें आ गईं। गुजरात (मोरबी) में पुल टूटना, जबकि बिहार में नए पुलों का गिरना आम बात है। अनगिनत रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जबकि मंत्री रील पीआर में व्यस्त हैं।"
खड़गे ने पोस्ट में आगे लिखा, "न खाऊंगा, न खाने दूंगा का क्या हुआ? हमारे पास आपके लिए केवल दो शब्द हैं। जबरन वसूली करके असंवैधानिक चुनावी बांड के माध्यम से लूट करना भाजपा का सबसे बड़ा वित्तीय अपराध है। मैं देश नहीं झुकने दूंगा का क्या हुआ? सबका साथ, सबका विकास और जय किसान, जय जवान का क्या हुआ? 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का जुमला। एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी से इनकार। 35 कृषि वस्तुओं पर जीएसटी। अग्निपथ के माध्यम से सशस्त्र बलों में स्थायी भर्ती को अस्थायी में बदलना। पीएम मोदी की गारंटी 140 करोड़ भारतीयों के साथ एक क्रूर मजाक है।"
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्षी कांग्रेस पर करारा हमला बोला। है। यह हमला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की उस सलाह के बाद किया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी की राज्य इकाइयों को केवल वही वादे करने चाहिए जो वित्तीय दृष्टि से संभव हो।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कांग्रेस पार्टी को यह एहसास हो रहा है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल या असंभव है। प्रचार के दौरान वह लोगों से ऐसे वादे करते हैं, जिन्हें वे कभी पूरा नहीं कर पाएंगे। अब कांग्रेस पार्टी लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गई है।"