उन्होंने कहा, “उम्मीद है कि आने वाले दिनों में अन्य राज्य भी उत्तराखंड सरकार के नक्शेकदम पर चलते हुए दिखेंगे।” उन्होंने कहा कि पर्सनल और सेकुलर लॉ एक जैसे होने चाहिए। मुझे मौजूदा स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि आने वाले कुछ सालों में यूसीसी पूरे देश में लागू हो चुका होगा।”
वहीं, उन्होंने सीएम योगी के उस बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि अयोध्या को हमने चमका दिया है। अब मथुरा और काशी की बारी है। भाजपा नेता ने कहा, “इस बात में कोई शक नहीं है। अयोध्या आज की तारीख में दुनियाभर का सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थल बनकर उभर रहा है। अब बड़ी संख्या में लोग वहां जा रहे हैं। लोग अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर का दर्शन कर रहे हैं। वहां भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। इसी प्रकार से दूसरे धार्मिक स्थल भी चमके, इस दिशा में योगी सरकार ने कदम बढ़ा दिए हैं।”
इस बीच, आरपी सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी विदेश गए थे और भारत के संबंध में विवादित टिप्पणी की थी, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उनके विवादित बयान के बाद देश भर में लोगों के बीच रोष देखने को मिला था।”
आरपी सिंह ने कहा, “राहुल गांधी ने कहा था कि सिखों को कड़ा पहनने, पगड़ी पहनने में और यहां तक की गुरुद्वारे जाने में भी रोक है। राहुल गांधी लगातार विदेश में भारत के संबंध में विवादित बयान दे रहे हैं और इस बात में कोई शक नहीं है कि वो यह सब कुछ एक एजेंडे के तहत कर रहे हैं। कुछ विदेशी ताकतें भारत को तोड़ने का प्रयास कर रही है। लेकिन, मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इन प्रयासों को किसी भी कीमत पर सफल होने नहीं दिया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ विदेशी ताकतें राहुल गांधी के बयान का समर्थन कर रही है, इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि यह सब कुछ एक बड़े राजनीतिक साजिश के तहत हो रहा है।” इस बीच, भाजपा नेता ने दिल्ली में प्रदूषण को लेकर भी अपनी बात रखी।
दरअसल, दीपावली के बाद अब आम आदमी पार्टी के नेता कह रहे हैं कि दिल्ली में प्रदूषण अपने चरम पर पहुंच चुका है, इसके जवाब में भाजपा नेता ने कहा, “आप पिछले कुछ सालों का डेटा चेक कर लीजिए। आपको पता चल जाएगा कि पिछले कुछ सालों के मुकाबले अब प्रदूषण के स्तर में कमी आई है।”
उन्होंने कहा, “हमें और आपको एक बात समझनी होगी कि दिल्ली में प्रदूषण पटाखों की वजह से नहीं, बल्कि गाड़ियों के कारण बढ़ रहा है, लेकिन दिल्ली सरकार इसे समझने को तैयार ही नहीं हो रही है । 41 फीसद प्रदूषण दिल्ली में गाड़ियों की वजह से होता है, सिर्फ एक फीसद प्रदूषण पटाखों की वजह से होता है। दिल्ली सरकार को यहां पर सार्वजनिक परिवहन की सेवाओं को बढ़ाना चाहिए। दिल्ली सरकार जब अपने कामों में विफल रहती है, तो वो नए-नए बहाने ढूंढ कर अपनी विफलताओं को छुपाने की कोशिश करती है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”