दरअसल, नवी मुंबई के एक सोसायटी में चेयरमैन ने लोगों को दीपावली के अवसर पर अपने-अपने घरों पर लाइट लगाने पर रोका था, वहीं महिलाओं के साथ अभद्रता भी की थी। लोगों को लाइट लगाने से रोकने वाला चेयरमैन मुस्लिम समुदाय का था। मामला बढ़ने के बाद मौके पर दोनों पक्षों के लोग इकट्ठे हो गए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने एक पक्ष के खिलाफ लोगों को गाली-गलौज और धमकी देने का मामला दर्ज किया था।
मामला प्रकाश में आने के बाद भाजपा नेता नितेश राणे ने पीड़ित पक्ष से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने इस पूरे मामले में अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिहादी मानसिकता के लोगों द्वारा प्रताड़ित करने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है।
नितेश राणे ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह के लोगों को 90 प्रतिशत हिंदुओं का ध्यान रखना होगा जो यहां रहते हैं। वर्ना यह टकराव घातक साबित होगा और मुस्लिम पक्ष भी अपने त्योहार को शांति से नहीं मना पाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि अगर कहीं पर कानून कम पड़ेगा, तो आगे की शिक्षा हम देंगे। हाई कोर्ट का जजमेंट है कि सोसायटी में बकरा नहीं काटा जा सकता, इसलिए ईद के समय पर एक महिला ने बकरा काटने पर सवाल उठाया था और जिसका बदला लिया जा रहा था। लेकिन, ये तो कानून है कि सार्वजनिक जगहों पर बकरा नहीं काटा जा सकता।
बता दें कि पूरा मामला महाराष्ट्र के नवी मुंबई के तलोजा स्थित पंचानंद सोसायटी का है। जब सोसायटी के लोग 28 अक्टूबर को अपने घरों के बाहर और इमारत पर लाइट लगा रहे थे, उस समय सोसायटी के मुस्लिम चेयरमैन ने लाइट लगाने को लेकर अपनी आपत्ति जताई और लाइटिंग निकालकर फेंकने की धमकी दी साथ ही साथ महिलाओं के साथ गाली-गलौज भी की।