मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने फतवा जारी करते हुए कहा कि नसीम सोलंकी शरीयत के मुजरिम हैं। उन्हें तौबा करना चाहिए और दोबारा कलमा पढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा, "इस्लाम में मूर्ति पूजा वर्जित है। अगर कोई अपनी इच्छा से ऐसी पूजा करता है तो उस पर सख्त नियम लागू होते हैं। अगर महिला ने अनजाने में ऐसा किया है, तो वह शरिया की नजर में दोषी है और उसे पश्चाताप करना चाहिए।"
दरअसल, नसीम सोलंकी ने दीपावली के दिन शिव मंदिर में पूजा अर्चना की थी। इसके बाद उन्होंने दीप भी जलाए थे। शिव मंदिर में जलाभिषेक और दीप दान का वीडियो वायरल होने के बाद उन पर सवाल उठाए गए।
बता दें कि सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है, इस सीट से समाजवादी पार्टी ने नसीम सोलंकी को प्रत्याशी बनाया है। उनके पति इरफान सोलंकी ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में ने जीत दर्ज की थी।
इरफान सोलंकी को एक मामले में सात साल की सजा सुनाई गई है, जिसके बाद उनकी विधायकी को अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
फिलहाल नसीम सोलंकी ने मंदिर पर जाने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन मौलवी और भाजपा लगातार उन पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। मिल्कीपुर की सीट पर पिटीशन होने की वजह से यहां के लिए चुनाव की तारीखें तय नहीं हुई हैं। उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे, जबकि 23 नवंबर को नतीजे आएंगे।
हाल ही में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट के जरिए संदेश दिया था कि इंडिया ब्लॉक एकजुट है और सपा के सिंबल पर ही गठबंधन के सभी प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे।