अर्जुन मुंडा ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा से सीमाई क्षेत्रों के विकास और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि सीमाई क्षेत्रों की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता देश की एकता और अखंडता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे क्षेत्रों में विभिन्न चुनौतियां होती हैं, जैसे कि सामुदायिक तनाव, आर्थिक पिछड़ापन, और बाहरी आक्रामकता, जो इन क्षेत्रों की स्थिरता को प्रभावित करती हैं।”
उन्होंने कहा कि सामुदायिक एकता को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए। स्थानीय संस्कृति, भाषा और परंपराओं का सम्मान करते हुए, विभिन्न समुदायों के बीच संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने से सामाजिक ताना-बाना मजबूत होगा।
भाजपा नेता ने कहा कि स्थानीय नेतृत्व को सशक्त करना और स्थानीय समस्याओं के समाधान में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है। इससे लोगों का विश्वास बढ़ेगा और वे अपने नेताओं के प्रति अधिक संवेदनशील बनेंगे।
उन्होंने कहा कि सीमाई क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से आतंकवाद और अपराध की घटनाओं को रोकने के लिए, सुरक्षा बलों को स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। इसके लिए, स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि वे स्थानीय संस्कृति और भावनाओं को समझ सकें।