उसी दिन विक्रम मिस्री पैनल को भारत के चीन के साथ संबंधों के बारे में भी जानकारी देंगे। बैठक के नोटिस में कहा गया है कि भारत के विदेशी संबंधों भारत-कनाडा और भारत-चीन के मुद्दों पर विदेश सचिव द्वारा ब्रीफिंग दी जाएगी।
इस पैनल का नेतृत्व कांग्रेस सांसद और विदेश मामलों के पूर्व राज्य मंत्री शशि थरूर कर रहे हैं। हाल के दिनों में भारत-कनाडा संबंधों पर यह पहली विशेष ब्रीफिंग होगी। नई दिल्ली और ओटावा के बीच बिगड़ते द्विपक्षीय संबंधों को देखते हुए यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
कनाडा और भारत के बीच संबंधों में उस समय गिरावट आ गई जब ओटावा ने भारत सरकार पर 45 वर्षीय कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की 2023 में वैंकूवर में हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। निज्जर एक प्रमुख खालिस्तान कार्यकर्ता थे।
वहीं कनाडा के विदेश उप मंत्री डेविड मॉरिसन ने आरोप लगाया था कि गृह मंत्री अमित शाह ने कनाडा के अंदर सिख अलगाववादियों को निशाना बनाकर हिंसा, धमकी और खुफिया जानकारी जुटाने का अभियान चलाने का आदेश दिया था, जिसे भारत ने "बेतुका और निराधार" करार देते हुए खारिज कर दिया था।
भारत ने कनाडा में अपने उच्चायुक्त संजय वर्मा को वापस बुला लिया था। वहीं भारत ने 14 अक्टूबर को कार्यवाहक उच्चायुक्त स्टीवर्ट रॉस व्हीलर सहित छह कनाडाई राजनयिकों को भी निष्कासित कर दिया था।
मिस्री की ओर से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर टकराव वाले स्थानों पर गश्त फिर से शुरू करने के समझौते के बाद चीन के साथ भारत के संबंधों में हाल ही में आए सुधार के बारे में भी संसदीय समिति को जानकारी दी जाएगी।
इससे पहले 25 अक्टूबर को मिस्री ने इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष पर संसदीय पैनल को जानकारी दी थी और कहा था कि भारत इस मुद्दे पर समाधान का पक्षधर है।