चंद्रशेखर ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, "राहुल गांधी ने वायनाड के लोगों को धोखा दिया है। उन्होंने चुनाव से पहले मतदाताओं से कभी नहीं कहा कि वह रायबरेली से भी चुनाव लड़ेंगे। मैं जानना चाहता हूं कि पिछले पांच सालों में उन्होंने वायनाड के लोगों के लिए क्या किया है।"
कांग्रेस केवल झूठे आश्वासन देने के लिए जानी जाती है। वायनाड उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा को स्पष्ट करना चाहिए कि इस निर्वाचन क्षेत्र के लिए उनकी क्या योजनाएं हैं।
चंद्रशेखर ने पूछा, "वायनाड के लोग वायनाड के लिए उनकी योजनाओं के बारे में जानना चाहते हैं। उनके भाई की वायनाड में कोई दिलचस्पी नहीं थी। क्या वह (प्रियंका गांधी) भी पर्यटक सांसद बनकर उनके जैसी बनेंगी।"
प्रियंका गांधी के वायनाड में कई सभाओं को संबोधित करने के बाद, चंद्रशेखर भी भाजपा उम्मीदवार नाव्या हरिदास के लिए प्रचार करने पहाड़ी जिले में पहुंचे थे।
चंद्रशेखर ने कहा, "हमारा उम्मीदवार वायनाड के लोगों के लिए चौबीसों घंटे यहां मौजूद रहेगा।"
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में वायनाड से 4.60 लाख के अंतर से जीत हासिल की थी। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनावों में ये अंतर घटकर 3.64 लाख रह गया।
वायनाड निर्वाचन क्षेत्र तीन जिलों वायनाड, मलप्पुरम और कोझिकोड के सात विधानसभा क्षेत्रों में फैला हुआ है। सात में से चार सीटें कांग्रेस नीत यूडीएफ के पास हैं, दो माकपा के पास हैं और एक सीट वाम समर्थित निर्दलीय विधायक पीवी अनवर ने जीती थी, जो अब सत्तारूढ़ वाम से अलग हो गए हैं और उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली है।