एक अधिकारी ने बताया कि मतदान दलों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इन मतदाताओं के घर पहुंचना शुरू कर दिया है। राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में मतदान की गोपनीयता बनाए रखी जाती है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि भारतीय निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 85 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को उनकी सहमति से घर से मतदान करने की सुविधा दी जाती है।
सात सीटों रामगढ़, दौसा, देवली-उनियारा, झुंझुनू, खींवसर, सलूम्बर और चौरासी पर 13 नवंबर को ईवीएम आधारित मतदान होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव कार्यालय ने बताया कि 23 अक्टूबर तक 3,193 पात्र मतदाताओं से घर से मतदान के लिए आवेदन प्राप्त हुए।
उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की अंतिम सूची तैयार होने और मतपत्र प्रकाशित होने के बाद घरेलू मतदान शुरू किया गया।
महाजन ने बताया कि घर से मतदान 4 नवंबर से 10 नवंबर के बीच दो चरणों में होगा।
घर से मतदान करने वाले सभी लोगों को पहले से सूचित किया जाएगा और मतदान दल 4 से 8 नवंबर के बीच उनके घर पहुंच जाएंगे।
यदि किसी कारण से मतदाता निर्धारित समय पर घर पर उपलब्ध नहीं है तो मतदान दल 9-10 नवंबर को फिर से घर का दौरा करेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान सातों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,862 पात्र मतदाताओं ने घर बैठे मतदान की सुविधा का लाभ उठाया था।