जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार को गया में मीडिया से बात करते हुए कहा, "राजद के लोग अगर बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की बात करेंगे तो उस बात पर लोग हसेंगे ही, राजद के लोग जब भी सत्ता में आएंगे तो रंगदारी, मारपीट, जमीन हड़पने का काम करते हैं और यह इनके चरित्र में है।"
उन्होंने जीतन राम मांझी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "हम प्रचारक रहे हैं और इस बात का प्रचार कर रहे हैं कि अपने बच्चों को अनपढ़ मत रखो, उनके लिए सजग हो ताकि आपके बच्चे को यहीं पर ही रोजगार मिल सके, उसको पलायन न करना पड़े। जीतन राम मांझी चाहते हैं कि लोग इस बात को नहीं जानें और उन्हें ही भगवान मानकर लोग उनके बच्चों को वोट देते रहें। जब जनता जगेगी, तभी तो उनके जैसे लोगों का खात्मा होगा। हम तो वोट नहीं मांग रहे हैं बल्कि हम प्रचार के माध्यम से लोगों को जगाने का काम कर रहे हैं, इसलिए वह घबराए हुए हैं।"
प्रशांत किशोर ने विकास के मुद्दे का जिक्र करते हुए आगे कहा, "बिहार हो या महाराष्ट्र समाज में रहने वाला हर शख्स चाहता है कि उसके बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले और उसको अच्छा रोजगार भी मिले।"
उन्होंने नक्सलवाद की समस्या पर कहा, "यह सब सरकार की नाकामयाबी का एक परिणाम है। जब लोगों को रोजगार, पढ़ाई और जीने का जरिया नहीं मिलेगा तो वह किसी ना किसी वाद को अपनाएंगे ही और उसी का परिणाम सरकार की अपनी विफलता है।"
उन्होंने आगे कहा कि हमने कल नक्सलियों के इलाके छकरबंधा का दौरा किया था, वहां मोबाइल नेटवर्क नहीं है। हमने निजी कंपनी से बात कर ली है और टावर लगाने की मुहिम चला रहे हैं। टावर कंपनी के लोगों ने भी कहा कि हमको इस बारे में जानकारी नहीं थी कि वहां टावर है या नहीं। फिलहाल टावर लगा दिया जाएगा और हमने निजी फंड से टावर लगाने की घोषणा की है।
एफएम/एबीएम