उन्होंने कहा, “हाल ही में कनाडा में जो घटनाएं घटी हैं, वह न केवल निंदनीय हैं, बल्कि हमारे लिए बहुत दुखद भी हैं। खासकर उन पंजाबी समुदाय के लिए जो कनाडा को अपना दूसरा घर मानते हैं। कनाडा में पंजाबी समुदाय की एक बड़ी संख्या है और वह वहां अपनी मेहनत और समर्पण से अपनी पहचान बना चुके हैं। इसलिए जब वहां ऐसी हिंसक घटनाएं होती हैं, तो यह न केवल वहां रहने वाले पंजाबी लोगों के लिए चिंता का विषय बन जाता है, बल्कि इस प्रकार की घटनाओं से पूरे पंजाबी समुदाय में एक असुरक्षा की भावना पैदा हो जाती है।”
उन्होंने कहा, “मुख्यतः टोरंटो जैसे बड़े शहर में जो घटनाएं हुई, वे किसी भी सभ्य समाज के लिए अक्षम्य है। वहां के निवासी, जो खुद शांति और भाईचारे में विश्वास रखते हैं, ऐसी हिंसक घटनाओं का समर्थन नहीं कर सकते। मैं व्यक्तिगत रूप से इन घटनाओं की निंदा करता हूं और उम्मीद करता हूं कि इससे प्रभावित सभी पक्षों को न्याय मिले।”
उन्होंने कहा, “भारत सरकार से मेरी यह अपील है कि वह कनाडा सरकार के साथ मिलकर इस मामले को गंभीरता से उठाए। कनाडा सरकार के साथ आपसी संवाद और समन्वय स्थापित कर यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। खासकर जो लोग कनाडा में शांति और प्रेम से रह रहे हैं, उनके लिए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि वे सुरक्षित महसूस करें और वहां पर हिंसा और असमाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।”
उन्होंने कहा, “आखिरकार, हम सभी चाहते हैं कि दुनिया भर में लोग एक साथ शांति से रहें और कोई भी हिंसा, आतंकवाद या असुरक्षा का सामना ना करे। हर बच्चे, हर इंसान का हक है कि वह अपने जीवन को पूरी तरह से जी सके, वह भी बिना किसी डर के। भारत सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाना चाहिए कि कनाडा में रह रहे भारतीय और पंजाबी समुदाय को पूरी सुरक्षा मिले और वहां पर शांति बनाए रखने के लिए सभी प्रयास किए जाएं।”