रक्षा मंत्रालय के मुताबिक तटरक्षक बल के प्रशासनिक कामकाज को महत्वपूर्ण सहयोग देने के लिए डिजिटल कोस्ट गार्ड डेटा सेंटर बनाया जा रहा है। यह सेंटर नवीनतम तकनीक से लैस होगा। इसके अलावा प्रोजेक्ट डीसीजी का टियर-III डेटा सेंटर सभी अनुप्रयोगों और महत्वपूर्ण आईटी संसाधनों की निगरानी करेगा व प्रशासन के लिए मस्तिष्क केंद्र के रूप में काम करेगा। प्रोजेक्ट डीसीजी, टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड द्वारा चलाया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड द्वारा चलाए जा रहे प्रोजेक्ट में दिल्ली में अत्याधुनिक डेटा सेंटर का निर्माण, कर्नाटक के न्यू मैंगलोर में 'आपदा रिकवरी डेटा सेंटर' और जहाजों सहित आईसीजी केंद्रों के बीच अखिल भारतीय कनेक्टिविटी और 'एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग' एप्लिकेशन का कार्यान्वयन शामिल है।
तटरक्षक बल तटीय सुरक्षा में तकनीक के इस्तेमाल को लगातार बढ़ावा दे रहा है। तटरक्षक बल से ही जुड़े रहे वीडी चाफेकर को सिंगापुर में एशिया इनफॉरमेशन शेयरिंग सेंटर की यूनिट में कार्यकारी निदेशक नियुक्त भी किया गया है। वीडी चाफेकर, भारतीय तट रक्षक के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक हैं। उनको सिंगापुर में एशिया इनफॉरमेशन शेयरिंग सेंटर में जहाजों की समुद्री डकैती और सशस्त्र डकैती से निपटने पर क्षेत्रीय सहयोग समझौते के सातवें कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
भारतीय तटरक्षक बल के सेवानिवृत अधिकारी वीडी चाफेकर 1 अप्रैल, 2025 को यह पदभार ग्रहण करेंगे। भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक उनकी नियुक्ति 1 अप्रैल 2025 से 31 मार्च, 2028 तक की अवधि के लिए की गई है। उन्हें गवर्निंग काउंसिल द्वारा कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।