कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने गुरुवार को से खास बातचीत में कहा, "दिल्ली एक केंद्र शासित राज्य है। आम आदमी पार्टी की सरकार हो या फिर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार, दोनों प्रदूषण के मुद्दे पर पूरी तरह से विफल साबित हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट की फटकार के बाद हर बार वे नए वादे करते हैं, मगर प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आज दिल्ली की करोड़ों जनता को प्रदूषण की मार झेलने पड़ रही है।"
भाजपा पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "आज छठ पर्व मनाया जा रहा है, लेकिन भाजपा सिर्फ हिंदुओं का अपमान कर रही है। मैं प्रदूषण के लिए राज्य और केंद्र सरकार को जिम्मेदार मानता हूं।"
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा साधु-संतों की रक्षा को लेकर दिए बयान पर प्रमोद तिवारी ने कहा, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जो भी कहता है, उसका एक ही एजेंडा है कि माहौल को सांप्रदायिक करें। जाति और धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण करने के अलावा संघ किसी चीज में सफल नहीं है।"
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने चित्रकूट में कहा था कि संतों के काम में कोई बाधा न आए, इसलिए संघ का काम है कि वह डंडे से उनकी रक्षा करे। कुछ ताकतें भारत को दबाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन सत्य कभी नहीं दबता है। संत और संघ में अधिक अंतर नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि संत मंदिर के अंदर रहकर पूजा करते हैं, जबकि संघ के कार्यकर्ता बाहर रहकर उनकी सुरक्षा में लगे रहते हैं। जब सत्य का समय आता है तो वह जोर से बोलता है। हमें शस्त्रों की जरूरत है। इन्हें धारण करने वालों के विचार भी राम जैसे होने चाहिए।