पत्रकारों से बातचीत में संजय राउत ने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र की राजनीति में जो जहर और गंदगी फैलाया है, देवेंद्र फडणवीस उसका नेतृत्व कर रहे हैं। महाराष्ट्र में संस्कार के साथ राजनीति करने की परंपरा रही है। यहां से लोकमान्य तिलक और बाबासाहेब अंबेडकर जैसे लोग निकले। महात्मा फुले, यशवंतराव चौहान, बाला साहब ठाकरे और शरद पवार जैसे धुरंधर नेता हुए, जिसमें भाजपा नेता का नाम कभी नहीं आता।
उन्होंने आगे कहा कि इन बड़े नेताओं ने महाराष्ट्र की राजनीति में कभी अपना संयम नहीं खोया। भाषा का गलत इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने आलोचना तो की, लेकिन उसका किसी को दुख नहीं हुआ। लेकिन जब से देवेंद्र फडणवीस और केंद्र में मोदी जी के हाथ में राजनीति आई है, इन लोगों ने राजनीति को गटर बना दिया है।
शरद पवार को राजनीति का भीष्म पितामह का जाता है, जिनको कभी-कभी मोदी जी भी अपना गुरु मानते हैं। मोदी सरकार ने पद्म विभूषण भी दिया। ऐसे नेता महाराष्ट्र से हैं और हम उनका आदर करते हैं। लेकिन देवेंद्र फडणवीस गलत भाषा का प्रयोग करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र की जनता देवेंद्र फडणवीस से नफरत करती है। पहले भी कहा है कि महाराष्ट्र के तीन दुश्मन हैं, जिसमें देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार शामिल हैं। इन लोगों की राजनीति ने महाराष्ट्र को गटर बना दिया है।
बता दें कि 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होना है। वहीं इसके नतीजे 23 नवंबर को सामने आएंगे। अगर 2019 चुनाव परिणाम की बात करें तो पिछले चुनाव में भाजपा 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। वहीं शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस पार्टी को 44 सीटों पर जीत मिली थी।