सीएम सिद्दारमैया ने बेल्लारी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि वक्फ को लेकर चल रहा विरोध सिर्फ राजनीतिक विरोध है। जेपीसी अध्यक्ष भी राजनीति करने आए हैं। वे पहले क्यों नहीं आए? मैंने पहले ही ये स्पष्ट कर दिया है, जिन किसानों को इस सिलसिले में नोटिस भेजा गया है उसे वापस लेने का फैसला कर लिया गया है। यदि उनके दस्तावेजों में कोई बदलाव हुआ है तो उसे भी सुधार लिया जाएगा, किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी।
बता दें कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संसद की संयुक्त समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल के राज्य के दौरे पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने उनके दौरे को ड्रामा कंपनी का दौरा करार दिया था और इसे राजनीति से प्रेरित बताया था।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जगदंबिका पाल ने यह दौरा कर्नाटक में होने वाले उपचुनाव और महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया है। उन्होंने जेपीसी अध्यक्ष पर राजनीतिक दुष्प्रचार में संलिप्त होने का आरोप लगाया और कहा कि यह कोई संयुक्त संसदीय समिति नहीं है जो दौरा कर रही है। भाजपा के सदस्य आए हैं और राजनीति कर रहे हैं।
बता दें कि जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने आज राज्य में किसानों से मुलाकात की। रिपोर्ट के अनुसार, वक्फ बोर्ड ने इन किसानों की जमीन पर दावा किया था। इसके बाद से ही कर्नाटक में राजनीतिक विवाद गहरा गया है।