दरअसल, बीते 1 नवंबर को करनाल के मुनक थाना क्षेत्र एक गांव की महिला सरपंच के घर पर बदमाशों ने दिन-दिहाड़े फायरिंग की थी, जिसमें महिला सरपंच के ससुर को गोलियां लगी थी और वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
असंध सीआईए की टीम मामले के आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही थी। इस दौरान गुरुवार देर रात पुलिस को बदमाशों के पानीपत में होने की सूचना मिली।
बदमाशों को पकड़ने के लिए असंध सीआईए की टीम पानीपत गई। इस दौरान बदमाशों ने सीआईए पुलिस के एक कर्मचारी पर गोली चला दी और उसकी पर्सनल गाड़ी लेकर वहां से फरार हो गए। इसके बाद नाकेबंदी के दौरान करनाल में भी बदमाशों ने पुलिस पर हमला किया, जिनमें से एक बदमाश को जवाबी कार्रवाई में गोली लगी और दूसरा बदमाश वहां से फरार होने में कामयाब रहा। पुलिस की टीम फरार बदमाश की तलाश में जुटी हुई है।
बताया जा रहा है कि मुठभेड़ के दौरान बदमाशों ने करनाल के पश्चिमी यमुना बायपास पर करनाल सिविल लाइन इंचार्ज की गाड़ी पर फायरिंग की थी। बदमाश अपनी बाइक छोड़ पुलिस की निजी ब्लैक स्कॉर्पियो लेकर फरार हो गए।
पूरे मामले को लेकर सीआईए इंचार्ज अनिल कुमार ने बताया कि मामले के दो आरोपी सुरेश और सावन फरार चल रहे थे। इसके पीछे हमारी टीम लगी हुई थी। पानीपत में अपराधियों ने हमारे हेड कांस्टेबल पर फायरिंग करके उसको घायल कर दिया, जिनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि बदमाश मोटरसाइकिल पर थे। मोटरसाइकिल छोड़कर पुलिस की स्कॉर्पियो लेकर करनाल की तरफ भाग गए। उनको पकड़ने के लिए नाकाबंदी की गई। इस दौरान एक आरोपी पकड़ा गया, जबकि एक भागने में कामयाब रहा।