मुंबई, 15 नवंबर ( आईएएनएस): । राज्यसभा सांसद और शिवसेना के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने शनिवार को आईएएनएस से खास बातचीत में महाराष्ट्र की राजनीति, आगामी चुनावों, शिवसेना (यूबीटी) के आदित्य ठाकरे को दी गई चुनौती और भारतीय राजनीति में चल रहे विवादों पर खुलकर बात की।
मिलिंद देवड़ा ने आदित्य ठाकरे को खुली चुनौती दी और उन्हें मुंबई और महाराष्ट्र के विकास पर एक सार्वजनिक बहस करने का आमंत्रण दिया। देवड़ा ने कहा, "मैंने कुछ दिन पहले आदित्य ठाकरे को एक प्रकार से आमंत्रण भेजा था कि आइए हम मुंबई, वर्ली और महाराष्ट्र के बारे में एक सकारात्मक बहस करें। यह बहस मुद्दों पर आधारित होनी चाहिए, न कि व्यक्तिगत हमलों के रूप में। लेकिन, अब तक उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।"
उन्होंने कहा कि अगर आदित्य ठाकरे खुद यह कहते हैं कि जो उम्मीदवार चुनाव के दौरान बहस करने के लिए तैयार नहीं है, वह डरते हैं, तो मैं उनसे निवेदन करूंगा कि वे इस बहस में शामिल हों और हमें बताएं कि उनका दृष्टिकोण क्या है।
महाराष्ट्र में इन दिनों हो रही राजनीतिक हलचल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हेलीकॉप्टर की जांच पर राज्यसभा सांसद ने कहा कि महाराष्ट्र में चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। गृह मंत्री अमित शाह के हेलीकॉप्टर की जांच की गई, और विपक्ष इसे महज एक दिखावा मान रहा है। लेकिन, चुनावों में अगर हम आयोग को ज्यादा ताकत देते हैं, तो यह अच्छी बात है। चुनावों के दौरान ईवीएम और चुनाव आयोग पर सवाल उठाना बंद होना चाहिए।
देवड़ा ने कांग्रेस सांसद हुसैन दलवई के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें दलवई ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को आतंकवादी संगठन करार दिया था। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही अफसोसजनक है कि कुछ लोग पाकिस्तान को दोष देने की बजाय आरएसएस को निशाना बना रहे हैं। क्या यह लोग किसी और को बचाना चाहते हैं? यह समझ से परे है।
शिवसेना नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी विकास के मुद्दों से दूर जाकर भावनात्मक और धार्मिक मुद्दों को हवा दे रहे हैं, जो चुनावी प्रक्रिया को गुमराह करने का प्रयास है।
मिलिंद देवड़ा ने हुसैन दलवई के भारत-पाकिस्तान मैच को राजनीति से जोड़ने वाली टिप्पणी पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि हुसैन दलवई का यह कहना कि अगर रिश्ते अच्छे रखने हैं तो भारत-पाकिस्तान मैच को राजनीति से अलग रखना चाहिए, बेमानी है। इस मुद्दे पर हर बार जवाब देने की आवश्यकता नहीं है। हमें केवल वर्ली, मुंबई और महाराष्ट्र की राजनीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
उन्होंने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र की जनता इस बार विकास के आधार पर महायुति सरकार को समर्थन देगी। उन्होंने कहा, "हम अपनी सरकार बनाने के बाद राज्य में और अधिक विकास करेंगे, खासकर आदिवासी और पिछड़े वर्गों के लिए। चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत मिलेगी और एनडीए गठबंधन की सरकार बनेगी। राज्य के विकास के लिए हमारी सरकार सभी वर्गों के लिए बेहतर काम करेगी।"