कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "मैं भगवान बिरसा मुंडा, बाबा तिलका मांझी, वीर बुधु भगत, सिदो-कान्हू जैसे सभी नायकों को याद करता हूं। ये आदिवासी अस्मिता और संस्कृति के प्रतीक थे। हर देशवासी उनके योगदान को मानता है। उनकी सोच और महान विरासत हमारे संविधान में दिखती है। संविधान में समानता, भाईचारा है। जिन्होंने इसे पढ़ा तक नहीं, वे इसके रंग पर बात करते हैं। ये भी सोच का फर्क ही है। संविधान विरोधी सोच वालों, नफरत की विचारधारा वालों को संविधान केवल लाल किताब दिखाई देती है।"
उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि लोगों को वोट की ताकत इसी संविधान ने दी है। सारे अधिकार संविधान ने दिए हैं। इसमें गरीब, किसानों, मजदूरों की आशा और उम्मीद छिपी है। इसी में जल, जंगल और जमीन के अधिकारों की रक्षा है। जिनके पास कुछ भी नहीं है, संविधान उसे भी शक्ति देता है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि झारखंड के जल, जंगल, जमीन लूटने के लिए भारतीय जनता पार्टी यहां पर सरकार बनाना चाहती है। वह न तो इस राज्य का विकास चाहती है और न गरीबों, दलितों, पिछड़ों को उनके अधिकार देना चाहती है। उन्होंने लोगों से झारखंड में प्रचंड बहुमत के साथ 'इंडिया' ब्लॉक की सरकार बनाने की अपील की और विकास को गति देने तथा राज्य के जल, जंगल, जमीन को बचाने का आश्वासन दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चंद लोग भूल जाते हैं कि एससी, एसटी, ओबीसी को आरक्षण का जो हक मिला, उसका श्रेय देश को आजादी दिलाने वाले गांधी, नेहरू, पटेल, आंबेडकर जैसे नेताओं को जाता है, जिन्होंने संविधान बनाया। आदिवासियों, पिछड़ों, दलितों को इस देश में कुछ मिला है तो कांग्रेस ने जद्दोजहद के साथ लड़कर उन्हें उनका हक दिलाया है। जो कोई भी इस सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उसके पीछे ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां लगा दी जाती हैं। भाजपा जनता के मुद्दों की बात करने की बजाय हिन्दू-मुसलमान की बात करने में उलझी हुई है।