मुंबई, 17 नवंबर ( आईएएनएस): । केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने रविवार को आईएएनएस से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम महाराष्ट्र और झारखंड में सरकार बनाने जा रहे हैं।
चिराग पासवान ने कहा है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पूरी मजबूती के साथ एनडीए गठबंधन को जिताने के लिए झारखंड और महाराष्ट्र में लगी है। झारखंड में तो मेरी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है। वहां हमने ज्यादा समय दिया है। अब महाराष्ट्र आया हूं। यहां के लोगों ने मुझे जो बताया,और यहां पर जो मैंने माहौल देखा है, इससे एक बात तो तय हो गई है कि 23 नवंबर को झारखंड और महाराष्ट्र में हम सरकार बनाने जा रहे हैं।
महाराष्ट्र के लोगों का मौजूदा सरकार पर विश्वास है। हेमंत सोरेन की सरकार ने एक भ्रष्ट सरकार के तौर पर झारखंड को पीछे ले जाने का काम किया है। झारखंड को 5 साल विकास से दूर रखने का काम किया गया। हेमंत सोरेन ने बांटने का काम किया है। वहां की जनता ने बदलाव का मन बना लिया है।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी ने महा विकास अघाड़ी को समर्थन देने का ऐलान किया है। इस पर चिराग पासवान ने कहा है कि मैं मानता हूं कि एनडीए की सरकार बनने जा रही है। महाराष्ट्र में कई क्षेत्र ऐसे होंगे जहां विपक्ष अपनी जमानत नहीं बचा पाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा है कि पूर्व की सरकार में जय भीम बोलने पर कैबिनेट में मंत्री पद नहीं दिया गया। इस पर चिराग पासवान ने कहा है कि कांग्रेस की यह सोच रही है। कांग्रेस ने हमेशा से अनुसूचित जाति से आने वाले लोगों को हाशिए पर रखा है। इसका मैं उदाहरण देता हूं कि आज कांग्रेस बाबा साहेब अंबेडकर का नाम लेती है, राहुल गांधी संविधान की प्रतिलिपि हाथ में लेकर चलते हैं। लेकिन, कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि आखिर क्या कारण था कि 1989 तक बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर सदन में नहीं लगाई गई। वह संविधान के निर्माता थे। जिनके बनाए गए संविधान के आधार पर संसद और देश चलती है। उसी संसद में उनकी एक तस्वीर तक नहीं थी। 1989 में जब वीपी सिंह की सरकार बनी तब बाबा साहेब की तस्वीर पहली बार लगाई गई थी। आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब और उनसे जुड़ी प्रतीकों को सम्मान देना शुरू किया है तो कांग्रेस भी प्रतिस्पर्धा में आई है।
बैग चेकिंग के सवाल पर विपक्ष को जवाब देते हुए चिराग ने कहा है कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है। चुनाव में समय-समय पर चेकिंग होती है। किसी को बताकर चेकिंग नहीं होती है।