रांची, 18 नवंबर ( आईएएनएस): । असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने झारखंड में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मांडू, डुमरी और टुंडी विधानसभा सीट पर चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर जोरदार जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन अपनी ही सरकार के मंत्री रहे आलमगीर आलम और इरफान अंसारी के गुलाम हो गए हैं। उनके कहने पर जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज जैसे कई जिलों में स्कूल शुक्रवार को बंद रखे जाते हैं। ऐसे में तो हिंदुओं को भी हनुमान जी की पूजा के लिए मंगलवार को छुट्टी दी जानी चाहिए।
सरमा ने कहा कि हजारीबाग जिले के महुदी में 30-40 साल से रामनवमी का जुलूस नहीं निकलने दिया जा रहा। गढ़वा में दुर्गा माता का विसर्जन जुलूस नहीं निकलने दिया जाता। ऐसी सरकार को इस बार गंगा नदी में विसर्जित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखंड में हमारी-आपकी नहीं, इरफान अंसारी और आलमगीर आलम की सरकार चल रही है। ये लोग घुसपैठियों को बुलाते हैं और लव जिहाद करते हैं। माटी, रोटी और बेटी छीनने का काम करते हैं। माटी, रोटी और बेटी को बचाने के लिए भाजपा की सरकार बनाना जरूरी है।
हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए असम के सीएम ने कहा कि उन्होंने अपने पिता की कसम खाकर पांच लाख युवाओं को नौकरी देने की बात कही थी, लेकिन एक भी युवा को नौकरी नहीं मिली है। उन्होंने शादी के बाद हर महिला को एक सोने का सिक्का देने का वादा किया था, वह भी हेमंत सोरेन ने नहीं दिया। हेमंत जब अपने पिता के नहीं हुए, तो हम लोगों के क्या होंगे? वह अपने पिता की झूठी कसम खाते हैं।
असम के सीएम ने राज्य की सरकार पर अबुआ आवास योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि इस योजना का नाम अबुआ आवास नहीं, बबुआ आवास होना चाहिए, क्योंकि लोगों से 30 से 40 हजार रुपये बाबुओं द्वारा वसूला जाता है। हमारी सरकार बनती है तो झारखंड में 21 लाख लोगों को पक्के मकान बनाकर देंगे। हालत यह है कि आज झारखंड में ट्रैक्टर या साइकिल से अगर कोई बालू लेकर जाता है, तो पुलिस उसे पकड़ लेती है, लेकिन ट्रक और बड़े वाहनों से बालू जब यूपी और बिहार जाता है तो पुलिस उसे नहीं रोकती, क्योंकि इस धंधे में सरकार भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार घरों में बहू और सास में झगड़ा लगवा रही है। पिछले छह महीने से बुजुर्गों और विधवाओं को पेंशन नहीं मिला है और यही पैसा काट कर मईया सम्मान योजना में माता को दिया जा रहा है। सास का पैसा बहू को और बहू का पैसा सास को देकर यह घर में झगड़ा लगवाया जा रहा है। हमारी सरकार आएगी तो सास को वृद्धा पेंशन के 2,500 रुपये और बहू को गोगो दीदी योजना के तहत 2,100 रुपये मिलेंगे।
झारखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सीजीएल पेपर इस सरकार ने 25 से 30 लाख रुपये में बेचा है। हमारी सरकार बनते ही यह परीक्षा रद्द कराएंगे और साफ-सुथरे तरीके से परीक्षाएं करवाकर 2 लाख 87 हजार युवाओं को नौकरी दी जाएगी।