उन्होंने कहा कि कैलाश गहलोत मेरा छोटा भाई है। मैं जानता हूं कि वह किसी के दबाव में काम करने वाला नहीं है। उसने आम आदमी पार्टी किसी के दबाव में नहीं छोड़ी है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों से काफी प्रभावित है।
कैलाश गहलोत ने एक बार कहा था कि अरविंद केजरीवाल राम और वह उनके हनुमान हैं। इस पर उनके बड़े भाई ने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल राम नहीं रहे, तो हनुमान क्या करेगा। जब वह राम जैसा काम नहीं करेंगे, तो हनुमान को साथ छोड़ना ही पड़ेगा।
इसके पहले भाजपा में शामिल होने पर कैलाश गहलोत ने कहा, जिन मूल्यों के लिए हम एक हुए थे, जिन मूल्यों के लिए हम आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे, जब हमारी आंखों के सामने उनसे समझौता किया जाता है, तो कहीं न कहीं यह पीड़ा देता है। ये मेरे शब्द हो सकते हैं, लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि इन शब्दों के पीछे लाखों कार्यकर्ताओं की आवाज है, जिस उद्देश्य के लिए वे आप में शामिल हुए थे, वह अब उन्हें दिखाई नहीं दे रहा है।
कैलाश गहलोत के इस्तीफे पर जब दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मीडिया ने सवाल किया, तो उन्होंने कहा था कि वह जहां जाना चाहें, जा सकते हैं। आम आदमी पार्टी का दावा है कि ईडी-सीबीआई के दबाव के कारण कैलाश गहलोत ने इस्तीफा दिया है।