दिलीप ने से बातचीत में कहा, “आज बहुत सर्दी है। हम लोग खुद को सर्दी से बचाने के लिए आग सेंक रहे हैं। हम लोग गरीब आदमी हैं, तो हमारे पास और कुछ खास ज्यादा विकल्प नहीं है। हमें लगा कि आग सेंकना सबसे अच्छा रहेगा। फिलहाल, हम लोग आग सेंक रहे हैं।”
हमीशा ने से कहा, “अब हम लोग गरीब आदमी हैं। सर्दी बढ़ने के साथ हम सभी लोगों के लिए आग सेंकना बेहतर विकल्प था।”
आरके मल्होत्रा ने से बातचीत में कहा, “मौसम बदल रहा है। सर्दी आ चुकी है। ऐसे में अब हम लोग सावधानी बरत रहे हैं। हम लोगों के पास खुद को बचाने का कोई विकल्प नहीं है। हमारे पास सिर्फ आग सेंकना ही विकल्प है। जिसके सहारे हम लोग खुद को आग से बचा रहे हैं। मुझे खुद भी ऐसा लगता है कि हम जैसे गरीब आदमी के पास सर्दी के कहर से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका यही है। नवंबर का महीना खत्म होने जा रहा है। कुछ दिनों बाद सर्दी बढ़ेगी ही। ऐसी स्थिति में हम सभी लोगों को खुद को बचाकर रखना जरूरी हो जाता है।”
इसी बीच, दिल्ली में सोमवार को वायु गुणवत्ता 'खतरनाक' स्तर पर पहुंच गई और सुबह सात बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 481 तक पहुंच गया, जिसे 'बेहद गंभीर' श्रेणी में रखा गया है। दिल्ली के इंडिया गेट से लेकर कर्तव्य पथ तक इसका असर साफतौर पर देखने को मिल रहा है। इस खतरनाक स्तर का स्वास्थ्य पर चिंताजनक प्रभाव पड़ता है।
भारतीय मौसम विभाग ने घने कोहरे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।