अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार बेलडांगा में हुई घटनाओं का जायजा लेने के लिए गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया और गिरफ्तार कर लिया। यह पूरी तरह से ममता बनर्जी की सरकार की साजिश है, जो उनकी आवाज दबाने के लिए ऐसी कार्रवाई कर रही है। ममता बनर्जी का प्रशासन सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक की राजनीति में लगा हुआ है और यही कारण है कि वह ऐसे दंगों में धर्म विशेष को लेकर गलत बयानबाजी करते हुए माहौल बिगाड़ने में लगे हैं।”
उन्होंने कहा, “बेलडांगा में जो दंगा हुआ, वह एक मामूली घटना से शुरू हुआ था। एक लाइट बोर्ड पर विवादित और अपमानजनक बातें लिखी गई थीं, जिसमें आरोप है कि वह अपमानजनक सामग्री एक मुसलमान वेंडर द्वारा लिखी गई थी। इस घटना को लेकर प्रशासन और पुलिस ने कोई सख्त कार्रवाई नहीं की।”
भाजपा नेता ने कहा, “बेलडांगा में हिंदू घरों को जलाए जाने और दंगों की साजिश रचने वाले असल दोषियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, जबकि एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक मुसलमान व्यक्ति यह कहते हुए दिखाई देता है कि मुसलमानों को एकजुट होकर हिंदुओं को मारना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “इस व्यक्ति को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया और यह साफ तौर पर ममता सरकार की नीयत पर सवाल उठाता है।”
उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी की सरकार हिंदू विरोधी और मुस्लिमों को बढ़ावा देने वाली नीतियों पर काम कर रही है, ताकि चुनावों में मुस्लिम वोटों का समर्थन प्राप्त किया जा सके। ममता बनर्जी का पूरा एजेंडा वोट बैंक की राजनीति पर आधारित है और यही कारण है कि उनके शासन में लगातार दंगे और हिंसा हो रही है, जिसमें एक पक्ष को बढ़ावा दिया जा रहा है।
"ममता सरकार ने पहले भी मुर्शिदाबाद में दंगे के बाद चुनाव आयोग से जिम्मेदारी लेने की बात की थी, लेकिन अब बेलडांगा में जो हुआ है, उस पर वह चुप हैं।”