संभल, 23 नवंबर ( आईएएनएस): । उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने पहुंची टीम पर रविवार सुबह कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया। संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने कहा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सर्वे की टीम को दूसरे पक्ष के लोगों ने पुलिस के साथ घेर लिया था और फिर पत्थरबाजी शुरू हो गई थी।
इस घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
स्थिति को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े गए। प्रशासन ने स्थिति को शांत करने के लिए सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए और मामले की जांच की जा रही है। मौके पर एसपी और डीएम समेत जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद है।
इस घटना को लेकर संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने कहा कि संभल में एक जामा मस्जिद है। अदालत के आदेश के अनुसार जामा मस्जिद में एक सर्वेक्षण किया जा रहा था और मस्जिद के अंदर सर्वेक्षण शांतिपूर्वक चल रहा था। हालांकि भीड़ में से कुछ लोग अचानक निकले और पुलिस पर करीब 10 से 15 सेकंड तक पथराव किया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और हल्का बल प्रयोग किया और भीड़ को तितर-बितर कर दिया। धारा 163 लगा दी गई है, जो कोई भी कानून अपने हाथ में लेगा उसे सख्त कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।"
संभल जिले के जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि यह कोर्ट का आदेश था और उसी के मुताबिक सर्वे की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पिछली बार रात होने के कारण सर्वे पूरा नहीं हो सका था इसलिए आज का समय चुना गया। सब कुछ शांति से किया जा सके इसलिए हमने सुबह 7 से 11 बजे के बीच का समय दिया गया था। हालांकि वे कल सर्वेक्षण करना चाहते थे लेकिन हमने सुझाव दिया कि आज एक बेहतर दिन होगा। सर्वे बहुत शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। स्थानीय अधिकारी और समिति भी सहयोग कर रही है लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर अशांति पैदा करने की कोशिश की।
वहीं यूपी के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने कहा, "कोर्ट के आदेश पर संभल में सर्वे किया जा रहा है। कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया है। पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस पथराव करने वालों की पहचान करेगी और उचित कानूनी कार्रवाई करेगी।"
यह सर्वेक्षण अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन द्वारा संभल के सिविल जज की अदालत में याचिका दायर करने के कुछ दिनों बाद किया गया है, जिसमें दावा किया गया था कि शाही जामा मस्जिद एक मंदिर है।
हिंदू पक्ष का दावा है कि शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है। इसी को लेकर रविवार सुबह साढ़े सात बजे से सर्वे का काम किया जा रहा था। इसी बीच मस्जिद के बाहर भीड़ जमा होने लगी और सर्वे के विरोध में हंगामा शुरू हो गया। अधिकारियों ने भीड़ को शांत कराने की कोशिश जरूर की लेकिन कुछ लोगों ने पुलिस की टीम को निशाना बनाते हुए पथराव शुरू कर दिया। हिंदू पक्ष की ओर से जामा मस्जिद को अदालत में हरिहर मंदिर का दावा किए जाने के बाद कोर्ट ने सर्वे के आदेश दिए थे।
मस्जिद में 19 नवंबर की रात को सर्वे हुआ था और रविवार को फिर सर्वे करने के लिए टीम मस्जिद पहुंची थी। इस सर्वे के लिए मस्जिद कमेटी ने भी अपनी सहमति दी है और दोनों पक्ष की मौजूदगी में मस्जिद का सर्वे किया जा रहा है।