इस बीच, जब उनसे कहा गया कि दक्षिण रायपुर में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी में समीक्षा बैठक का सिलसिला शुरू हो चुका है, तो इस पर भाजपा नेता ने कहा कि यह लोग कितनी भी समीक्षा बैठक कर लें, लेकिन कुछ खास होने वाला नहीं है। इस पार्टी में नेताओं के बीच में इतना विवाद बढ़ गया है कि ये लोग सुधार के बारे में सोच ही नहीं पा रहे हैं, इसलिए इस तरह की स्थिति पैदा हो गई है।
इस दौरान, जब उनसे छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था के संबंध में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को प्रदेश की कानून व्यवस्था के बारे में कुछ नहीं पता है। यह लोग अभी-भी गांधी परिवार के निर्देशों के अनुसार चल रहे हैं। मेरा कांग्रेस के नेताओं को यह सुझाव रहेगा कि वो पहले प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति को समझने का प्रयास करें, वो पहले ये जानें कि मौजूदा समय प्रदेश में स्थिति कैसी है। इसके बाद ही किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया दें, तो मुनासिब रहेगा।
वहीं, उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस को मिली दुर्गति पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग महाराष्ट्र में पिक्चर देखने गए थे। अब पिक्चर देखकर आ गए हैं। ये लोग ऐसे ही देशभर के अलग-अलग राज्यों में पिक्चर देखने जाते हैं और इसके बाद आ जाते हैं।